मंदिर के सरकारीकरण करने के विरोध में संतों के साथ सड़क पर उतरे पुजारी, त्राहिमाम यात्रा का किया विरोध
Edited By meena, Updated: 22 Dec, 2022 01:17 PM
प्रदेश भर में 800 से अधिक पंडे पुजारियों ने उज्जैन की शिप्रा नदी के रामघाट से महाकाल तक त्राहिमाम यात्रा निकाली पुजारियों ने मठ मंदिर के सरकारी करण का विरोध करते हुए अपनी अन्य मांगे रखी।
उज्जैन (विशाल सिंह) : प्रदेश भर में 800 से अधिक पंडे पुजारियों ने उज्जैन की शिप्रा नदी के रामघाट से महाकाल तक त्राहिमाम यात्रा निकाली पुजारियों ने मठ मंदिर के सरकारी करण का विरोध करते हुए अपनी अन्य मांगे रखी। यात्रा में बड़ी संख्या में पंडे पुजारी शामिल हुए मंदिरों से जुड़ी समस्याओं का समाधान के लिए सुबह रामघाट से महाकाल मंदिर तक एक यात्रा का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में पंडे पुजारी शामिल हुए यात्रा का नाम त्राहिमाम यात्रा रखा गया था।
इंदौर से यात्रा में शामिल होने आए आचार्य गोपाल पुजारी ने बताया कि त्राहिमाम महाकाल के नाम से यात्रा निकाली गई जिसमें देशभर के 21 संगठन ने हिस्सा लिया प्रदेश सरकार का आरोप लगाते हुए पुजारी गोपाल पुजारी ने कहा कि पुजारियों के घर और मंदिर को तोड़ा जा रहा है।
मंदिरों से बेदखल किया जा रहा है। हमारी प्रमुख मांग है कि मंदिरों को सरकारी तंत्र से मुक्त किया जाए। मठ मंदिरों का सरकारी करण बंद होना चाहिए।