दिग्विजय ने राम मंदिर शिलान्यास की तिथि को बताया अशुभ मुहुर्त, मोदी से इसे टालने का किया अनुरोध

Edited By PTI News Agency, Updated: 03 Aug, 2020 06:14 PM

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भोपाल, तीन अगस्त (भाषा) कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के शिलान्यास के लिए घोषित पांच आगस्त की तिथि को अशुभ मुहुर्त बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सोमवार को फिर अनुरोध किया है कि इस शिलान्यास...

भोपाल, तीन अगस्त (भाषा) कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के शिलान्यास के लिए घोषित पांच आगस्त की तिथि को अशुभ मुहुर्त बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सोमवार को फिर अनुरोध किया है कि इस शिलान्यास कार्यक्रम को स्थगित कर दें और चतुर्मास खत्म होने के बाद इसे करें।
दिग्विजय ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘भारत में हजारों साल की सनातन धर्म की परंपराएं चली आ रहीं हैं। हमारे धर्म में हजारों वर्ष की जो संस्कार एवं संस्कृति है, उसमें चतुर्मास में न कोई संत, न कोई महात्मा अपने स्थान को छोड़ता है और कोई शुभ कार्य नहीं होता है। विशेषकर तो हर चीज के लिए मुहूर्त देखा जाता है।’’ दिग्विजय ने कहा, ‘‘मैं द्वारका व जोशीमठ के सबसे वरिष्ठ शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज का दीक्षित शिष्य हूं और उनसे मैंने यह बात पूछी कि जब पूरे देश में यह परंपरा चली आ रही है कि हर शुभ कार्य के लिए मुहूर्त देखा जाता है और चतुर्मास में कोई शुभ कार्य नहीं होता है, शादी नहीं होता है तो फिर राम मंदिर का शिलान्यास पांच अगस्त को चतुर्मास के महीने भादो में क्यों किया जा रहा है?’’ उन्होंने कहा कि इसके जवाब में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी ने वेदों से पूरा उल्लेख करते हुए और ज्योतिषाचार्य के जो बिन्दु हैं उनको देखते कहा, ‘‘यह बिल्कुल गलत हो रहा है। ’’ दिग्विजय ने बताया, ‘‘इसको मैंने अपने फेसबुक पर डाला। उन्होंने (शंकराचार्य ने) भी अपने फेसबुक पर डाला। अब यह संयोग ही कहिए या क्या कहिए ईश्वर की…..(राम मंदिर के) पुजारी जितने भी हैं उनको कोरोना वायरस हो गया पॉजिटिव, उत्तर प्रदेश की मंत्री कमला रानी वरुण का दुखद देहांत हो गया कोरोना वायरस से, भारत के गृह मंत्री अमित शाह खुद कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये, उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष (स्वतंत्र देव सिंह) कोरोना वायरस संक्रमण के बाद अस्पताल में, मध्यप्रदेश के भाजपा के मुख्यमंत्री (शिवराज सिंह चौहान) व भाजपा के मध्य प्रदेश अध्यक्ष (विष्णु दत्त शर्मा) कोरोना वायरस संक्रमण के बाद अस्पताल में, कर्नाटक के भाजपा के मुख्यमंत्री (बी एस येदियुरप्पा) कोरोना वायरस से संक्रमित होकर अस्पताल में।’’ उन्होंने कहा,‘‘आखिर ये जो संकेत मिल रहे हैं, वह हमारे लिए सब चिंता का विषय है ।’’ दिग्विजय ने बताया कि जब कोई व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित हो जाता है तो यह पता लगाया जाता है कि वह किस-किस के संपर्क में आया। कमला रानी उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मीटिंग में शामिल हुई होंगी, उन्होंने कार्यक्रमों में भाग लिया होगा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली होंगी, उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मिली होंगी। उनका जब दुखद देहांत हो गया तो वहां की पूरी कैबिनेट एवं अधिकारियों को पृथक-वास में रहना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि ठीक इसी तरह से अमित शाह केन्द्र में कैबिनेट मंत्री हैं। उनका अधिकारी-कर्मचारी और प्रधानमंत्री से निकट संपर्क रहता है, उन सभी को पृथक-वास में जाना चाहिए। मोदी जी की सरकार की पूरी कैबिनेट को पृथक-वास में जाना चाहिए।
दिग्विजय ने कहा कि इसी तरह कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश में के मुख्यमंत्रियों के संपर्क में आये सभी लोगों को पृथक-वास किया जाना चाहिए।’ दिग्विजय ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘आम आदमी के लिए अलग कानून है, अलग नियम है और भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों एवं गृह मंत्री के लिए अलग कानून है। ये क्या बात है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह मुहूर्त मोदी जी के सुविधानुसार निकाला गया है। आप देख रहे हैं कि किस प्रकार के घटनाक्रम हुए हैं। इसलिए मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि चतुर्मास खत्म हो जाने दीजिए। देव उठ जाएं, उसके बाद आप (राम मंदिर का) शिलान्यस करिये। आप खुद ही करिये, हम नहीं कहते हैं कि आप न करिये।’’ दिग्विजय ने कहा कि हालांकि, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी को इस बात का भी ऐतराज है कि मोदीजी राम मंदिर का शिलान्यास क्यों कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ठीक है हम उसमें नहीं पड़ना चाहते हैं। सैकड़ों वर्ष के संघर्ष के बाद भगवान राम जी का मंदिर अयोध्या में वहां पर बन रहा है जहां पर रामलला विराजमान हैं। हमारी सबकी यह कामना है कि जब पूरे भारत के हिन्दू लोगों की परंपरा एवं संस्कार चले आ रहे हैं कि हर शुभ काम के लिए मुहूर्त देखा जाता है तो इसके लिए मोदी जी क्यों मुहूर्त तय कर रहे है? ये हमारी आपत्ति है।’’ इससे चंद घंटे पहले दिग्विजय ने सोमवार सुबह ट्वीट किया, ‘‘पांच अगस्त को भगवान राम के मंदिर शिलान्यास के अशुभ मुहुर्त के बारे में विस्तार से जगदगुरू स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने सचेत किया था। मोदी जी की सुविधा पर यह अशुभ मुहुर्त निकाला गया। यानि मोदी जी हिंदू धर्म की हजारों वर्षों की स्थापित मान्यताओं से बड़े हैं। क्या यही हिंदुत्व है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं मोदी जी से फिर अनुरोध करता हूँ पांच अगस्त के अशुभ मुहुर्त को टाल दीजिए। सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम मंदिर निर्माण का योग आया है। अपनी हठधर्मिता से इसमें विघ्न पड़ने से रोकिए।’’ दिग्विजय ने कहा कि भगवान राम करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र हैं और हज़ारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए।


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