Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 17 Dec, 2018 03:06 PM
प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आमने सामने की टक्कर में बीजेपी को हराकर कांग्रेस पार्टी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के रुप में सामने आई है। जिसमें उन्होंने 114 सीटें हासिल की। जबकि बीजेपी को 109 सीटों से संतोष करना पड़ा...
भोपाल: प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आमने सामने की टक्कर में बीजेपी को हराकर कांग्रेस पार्टी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के रुप में सामने आई है। जिसमें उन्होंने 114 सीटें हासिल की। जबकि बीजेपी को 109 सीटों से संतोष करना पड़ा।
कमलनाथ के मुख्यमंत्री के रुप में सुशोभित होने के बाद विपक्ष की भूमिका के लिए शिवराज का नाम सुर्खियों में हैं। लेकिन चर्चा है कि आरएसएस संगठन शिवराज को नेता विपक्ष बनाने के पक्ष में नहीं है। राज्य के पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन समेत बीजेपी नेताओं की आलाकमान चाहती है कि 15वीं विधानसभा में शिवराज सिंह चौहान को नेता विपक्ष बनाया जाना चाहिए। वहीं दूसरी ओर आरएसएस और वरिष्ठ नेता इस पद के लिए नरोत्तम मिश्रा या गोपाल भार्गव जैसे नेता को यह जिम्मेदारी सौंपना चाहते हैं।
इसका एक बड़ा कारण यह है कि संघ परिवार अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर जोर दे रहा है। चुनाव में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिए आरएसएस चाहता है कि राज्य का नेतृत्व वोटरों से बेहतर जुड़ाव की दिशा में फोकस करते हुए ज्यादा सक्रिय हो। दूसरा कारण किसी ब्राह्मण नेता को विपक्ष का नेता बनाए जाने पर उच्च जाति के वोटरों में पार्टी के प्रति नाराजगी कम होगी, जिन्होंने चुनाव के दौरान बीजेपी को नुकसान पहुंचाया था।