Edited By meena, Updated: 09 Dec, 2023 06:52 PM
छतरपुर जिले की छह विधानसभाओं में से पांच सीटें जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब अपने ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है
छतरपुर (राजेश चौरसिया): छतरपुर जिले की छह विधानसभाओं में से पांच सीटें जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब अपने ऐसे नेताओं पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है जिन्होंने भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ काम कर विरोधी प्रत्याशियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की है। जिले के लगभग एक दर्जन से अधिक भाजपा के कद्दावर नेताओं को चिंहित कर सूची प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचा दी गई है। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव के लिए जैसे ही छह सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की तो उनके मुंह लटक गए थे जो टिकट की दावेदारी दिखा रहे थे। जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने चुनाव में खिलाफत कर विरोधी दलों के प्रत्याशियों को लाभ पहुंचाना शुरू कर दिया था।
चुनावी दौर में ही भाजपा जिलाध्यक्ष मलखान सिंह को भाजपा प्रत्याशियों ने ऐसे नाम दिए थे जो विरोध कर रहे थे। उन्होंने अपने लेटर पेड पर ऐसे बगावत करने वाले नेताओं के नाम प्रदेश नेतृत्व को भेजकर निष्कासन की अनुसंशा की है।
●छतरपुर विधानसभा में सबसे ज्यादा नाम...
भाजपा जिलाध्यक्ष मलखान सिंह ने बताया कि छतरपुर विधानसभा से विरोध करने वाले लगभग सात चर्चित नेताओं के नाम भेजे गए हैं। इसी तरह बिजावर विधानसभा से चार प्रमुख नेताओं को चिंहित कर निष्कासन की अनुसंशा की गई है। सिंह ने बताया कि चंदला विधानसभा में भी विरोध करने वाले भाजपा के तीन जनप्रतिनिधियों के नाम भेजे गए हैं। राजनगर विधानसभा से डॉ. घासीराम पटेल, प्रकाश पांडे एवं गोविंद सिंह टुरया पूर्व में ही पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके थे। भाजपा जिलाध्यक्ष के अनुसार ऐसे विरोधी नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासन की अनुसंशा की गई है। उन्होंने बताया कि जिले की सभी 6 विधानसभाओं जिनमें- छतरपुर, महराजपुर, चंदला, राजनगर, बिजावर, बड़ामलहरा शामिल हैं।
●जिन्हें सबकुछ मिला उन्होंने पार्टी से गद्दारी की : मलखान सिंह
भाजपा जिलाध्यक्ष मलखान सिंह ने कहा है कि भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के संचालन और प्रदेश के साथ केंद्रीय नेतृत्व के सफल प्रयासों से भाजपा ने तीन राज्यों में परचम लहराया है। छतरपुर जिले के ऐसे भाजपा नेता जिन्हें भाजपा से सबकुछ मिला उन्होंने पार्टी से चुनावी समय में गद्दारी की है। भाजपा पार्टी को हम सभी अपनी मां कहते हैं, हमें लगता है कि ऐसे लोगों ने अपनी मां के साथ गद्दारी की है। हमने नाम भेज दिए हैं जिन्होंने कांग्रेस पार्टी का साथ दिया है। ऐसे नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासन की अनुसंशा की गई है।