Edited By meena, Updated: 26 Oct, 2024 07:31 PM
पिछले लंबे समय से मध्य प्रदेश के राजनीतिक और पत्रकारिता के गलियारों में एक लिस्ट की चर्चा जोर-शोर से हो रही थी...
भोपाल (विनीत पाठक) : पिछले लंबे समय से मध्य प्रदेश के राजनीतिक और पत्रकारिता के गलियारों में एक लिस्ट की चर्चा जोर-शोर से हो रही थी और यह लिस्ट आखिरकार शनिवार को सबके सामने आ ही गई। इस लिस्ट के वायरल होने के साथ ही मध्य प्रदेश में मानों भूचाल आ गया हो क्योंकि उसे लिस्ट में पत्रकारिता जगत के कई बड़े नाम शामिल है जो कि सरकार के परिवहन विभाग से उपकृत किए जा रहे थे। लिस्ट आने के बाद से ही मध्य प्रदेश में हड़कंप मच गया।
इस मामले पर कांग्रेस ने भी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि यह बेहद गंभीर मुद्दा है। एक लिस्ट जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है उसने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के पत्रकारों पर कई गंभीर आरोप लगा दिए हैं। मुकेश नायक ने सवाल किया कि क्या यह लिस्ट पत्रकारों की छवि खराब करने के लिए वायरल की गई है, या फिर सच में सरकार से पैसे लेकर ये कथित पत्रकार लोकतंत्र को कमजोर करते आ रहे हैं...? पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। जिससे मध्य प्रदेश की जनता सच जान सके।
मुकेश नायक ने कहा या तो सरकार में बैठे उन लोगों पर कार्रवाई हो, जिन्होंने पत्रकारों की छवि धूमिल करने का प्रयास किया है, या फिर बिकाऊ पत्रकारों के नाम और चेहरे उजागर हो, इसके लिए सीबीआई जांच बेहद जरूरी है।