Edited By meena, Updated: 16 Dec, 2020 01:16 PM
एक और जहां दिल्ली सीमा पर किसानों का आंदोलन चल रहा है वही दूसरी ओर मध्यप्रदेश मे कर्ज न चुका पाने के कारण बैंक मैनेजर की प्रताड़ना से तंग आकर एक किसान ने आत्महत्या कर ली। मामला गौतमपुरा के ग्राम छडोदा का है जहां बजेसिंह पिता हेमसिंह नागर उम्र 64...
इंदौर(गौरव कंछल): एक और जहां दिल्ली सीमा पर किसानों का आंदोलन चल रहा है वही दूसरी ओर मध्यप्रदेश मे कर्ज न चुका पाने के कारण बैंक मैनेजर की प्रताड़ना से तंग आकर एक किसान ने आत्महत्या कर ली। मामला गौतमपुरा के ग्राम छडोदा का है जहां बजेसिंह पिता हेमसिंह नागर उम्र 64 वर्ष ने बैंक ऑफ इंडिया शाखा गौतमपुरा से किसान क्रेडिट कार्ड व दूध व्यवसाय के लिए वर्ष 2014 में लगभग 6 लाख 50 हजार रूपये कर्ज लिया था। फसल खराब होने व आर्थिक स्थिति खराब होने से वह 2018 से किस्त नहीं चुका पाये थे। थोड़ी सी खेती व दूध बेचकर किसान अपने व अपने परिवार का पालन करता था इधर लॉक डाउन व अधिक बारिश से फसल खराब होने के कारण किसान की स्थति और खराब हो गई थी।
परिजनों ने बताया कि बैंक की ओर से पिछले 1 वर्ष से कर्ज चुकाने के लिये दबाव बनाया जा रहा था। पिछले दिनों बैंक अधिकारी ने चेतावनी देते हुए समझौते के लिये देपालपुर में लोक अदालत पहुंचने की सूचना दी थी किसान ने गेहूं की फसल आने तक का या दिसंबर अंतिम सप्ताह का समय मांगा था।
किसान की पत्नी शारद बाई का कहना है कि बैंक वाले बार बार उनके पति को परेशान कर रहे थे जिससे वह तनाव में रहने लगे थे। परिजनों का कहना है कि बैंक मैनेजर की शिकायत लेकर वे थाना भी गए थे लेकिन वहां भी पुलिस वालों ने उनकी कोई मदद नहीं की।
वहीं किसान के पोते जयंत का कहना था कि गौतमपुरा रुणजी चौपाटी पर हमारी दूध की दुकान है, जहां बैंक मैनेजर ने आकर बैंक का कर्ज चुकाने के लिए हम पर जोर डाला और दादा को कहा कि अगर पैसा जमा नहीं किया तो गौतमपुरा में जुलूस निकालूंगा। उसके बाद से दादा और परेशान हो गए कर्ज चुकाने के दबाव के चलते व लोक अदालत में कर्ज के रूपये चुकाने कि व्यवस्था ना होने से उन्होंने जहर खा कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
मामले को लेकर क्षेत्र के किसान काफी आक्रोशित है जिसको लेकर भारतीय किसान संघ के जिला मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि हम किसान के घर उनके परिजनों से मिले है किसान व उसके परिवार की पीड़ा न बैंक वालों ने समझी न पुलिस थाने ने और न ही किसी प्रसाशनिक अधिकारियों ने। चौधरी ने कहा की मामले को लेकर यदि जल्द कार्यवाही नहीं होती है तो गौतमपुरा थाने व बैंक ऑफ इंडिया के बाहर क्षेत्र के किसान धरना प्रदर्शन करेंगें।