Edited By meena, Updated: 29 Jun, 2019 04:32 PM
राज्य जीएसटी की टीम ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाले एक आरोपी अमित अवधिया को पकड़ने में सफलता हासिल की है। जीएसटी टीम को कुछ दिन पहले ही भनक लगी थी। जिसमें पता चला था कि फर्म में माल की सप्लाई किए बगैर ही बोगस और फर्जी...
जबलपुर: राज्य जीएसटी की टीम ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा करने वाले एक आरोपी अमित अवधिया को पकड़ने में सफलता हासिल की है। जीएसटी टीम को कुछ दिन पहले ही भनक लगी थी। जिसमें पता चला था कि फर्म में माल की सप्लाई किए बगैर ही बोगस और फर्जी बिल जारी किए गए। इसके बाद जिन चार फर्मों की जांच की गई उनमें पाया गया कि 100 करोड़ से अधिक के फर्जी बिल जारी किए गए थे।
दरअसल, खुफिया जानकारी के आधार पर 29 मई को जीएसटी के अधिकारियों ने सिवनी, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा की चार फर्मों पर सघन जांच की कार्रवाई गई थी। जांच में पाया गया था कि फर्म में माल की सप्लाई किए बगैर ही बोगस और फर्जी बिल जारी किए गए। जांच में यह बात भी सामने आई थी कि एक बड़ा रेकैट इस पूरे फर्जीवाड़े से जुड़ा हुआ है, जो बोगस ई वे बिल के आधार पर करोड़ों के फर्जी बिल जारी करता है। इसके बाद जिन चार फर्मों की जांच की गई उनमें पाया गया कि 100 करोड़ से अधिक के फर्जी बिल जारी किए गए थे। फिलहाल हिरासत में लिए गए आरोपी नितिन अवधिया को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जबलपुर ने 10 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।