Edited By suman, Updated: 06 Jul, 2018 05:21 PM
एमपी के बीएड पास अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। अब बीएड पास अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना और भी आसान हो गया है। नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने बीएड डिग्रीधारियों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई)...
भोपाल: एमपी के बीएड पास अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। अब बीएड पास अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना और भी आसान हो गया है। नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने बीएड डिग्रीधारियों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक बनने की अर्हता में संशोधन करते हुए बीएड को भी शामिल कर लिया है। हालांकि इसके लिए उन्हें पात्रता परीक्षा पास करनी होगी। अभी तक डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) करने वाले ही प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बनने की पात्रता रखते थे। लेकिन राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 25 अगस्त 2010 की जारी अधिसूचना में बदलाव किया है।
मध्यप्रदेश में बीएड की डिग्री लेनेवालों की संख्या लाखों में हैं। खबर के बाद से ही उनमे खुशी का माहौल है।प्रदेश सरकार ने स्कूलों में लगभग 40 हजार शिक्षकों की भर्ती करने की बात भी कही है। इस बदलाव से अंचल के लगभग 50 हजार बीएड डिग्रीधारियों को फायदा होगा।हालांकि, इसके लिए ग्रेजुएशन में 50 फीसदी अंक होना जरूरी है। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए बीएड के साथ-साथ टीईटी भी आवश्यक होगा।