Edited By Vikas kumar, Updated: 26 Sep, 2018 01:05 PM
मध्यप्रदेश की राजधानी में बीते दो वर्ष पहले हुए जेल ब्रेक कांड के बाद अब जेल विभाग ने सभी जेल प्रहरियों को आतंकियों से लड़ने का प्रशिक्षण देने का फैसला लिया है। इसके लिये जेल प्रहरि...
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी में बीते दो वर्ष पहले हुए जेल ब्रेक कांड के बाद अब जेल विभाग ने सभी जेल प्रहरियों को आतंकियों से लड़ने का प्रशिक्षण देने का फैसला लिया है। इसके लिये जेल प्रहरियों को टेकनपुर में बीएसएफ की अकादमी में कमांडो ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। साथ ही महिला जेल प्रहरियों को भी इस ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है प्रशिक्षण के दौरान इन्हें निहत्थे होते हुए भी हथियारबंद लोगों से लड़ने के गुर सिखाए जाएंगे।
राजधानी की सेंट्रल जेल से दो वर्ष पहले सिमी के आठ आतंकी फरार हो गए थे। जिनसे संघर्ष करते हुए एक जेल प्रहरी रमाशंकर यादव शहीद हो गए थे। इस घटना में आतंकी जेल प्रहरियों पर भारी पडते दिखाई दिए थे। इसलिए अब इन्हें बीएसएफ अकादमी में कमांडो ट्रेनिंग देने का फैसला किया गया है। प्रशिक्षण के दौरान इन्हें कमांडो की तरह मजबूत बनाया जाएगा। जेल प्रहारियों को छह माह तक बीएसएफ के बेहतरीन अफसर ट्रेनिंग देंगे।
बता दें कि दो वर्ष पहले भोपाल जेल से सिमी के आठ आतंकी फरार हो गये थे। जिन्हें रोकने में जेल प्रहरी कमजोर साबित हुए थे। इसलिये स्पेशल ट्रेनिंग देने के चलते 183 जेल प्रहरियों को बीएसएफ अकादमी भेजा गया है। यह ट्रेनिंग पहले जेल मुख्यालय में होती थी।