Edited By Vikas kumar, Updated: 11 Oct, 2018 07:44 PM
बीएमसी में जल्द ही ईएनटी विभाग (कान, नाक और गला) के अधीन टेम्पोरल बोन लैब बनने जा रही है। प्रदेश की यह पहली टेम्पोरल बोन लैब होगी, जहां ईएनटी विशेषज्ञ और सर्ज
सागर: बीएमसी में जल्द ही ईएनटी विभाग (कान, नाक और गला) के अधीन टेम्पोरल बोन लैब बनने जा रही है। प्रदेश की यह पहली टेम्पोरल बोन लैब होगी, जहां ईएनटी विशेषज्ञ और सर्जन्स को कान की सर्जरी करने का प्रशिक्षण दिया जा जाएगा। इसे स्थापित करने में करीब 1 करोड़ 30 लाख की लागत आएगी। सागर के साथ ही भोपाल मेडिकल कॉलेज में भी प्रदेश की दूसरी टेम्पोरल बोन लैब को स्वीकृति दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलाय ने प्रदेश की पहली टेम्पोरल बोन लैब स्थापित करने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग को करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपए जारी कर दिए हैं।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में ईएनटी विभाग के पास खाली जगह में इस लैब को तैयार कराया जाएगा। पीडब्ल्यूडी को लैब स्थापित करने के लिए नक्शा और प्लान भी दे दिया गया है। इसके बनने के बाद यहां पर ईएनटी विशेषज्ञों को यहां पर कई बड़े अॉपरेशन से संबंधित ट्रेनिंग दी जाएगी।
ट्रेनिंग लेने के बाद जिला अस्पतालों में ही कान के पर्दे, कान की हड्डी से जुड़े ऑपरेशन किए जा सकेंगे। बीएमसी में ईएनटी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एसके पिप्पल के अनुसार, लैब शुरू होने के बाद टेम्पेलोप्लास्टी (कान के पर्दे के ऑपरेशन), मेसटॉयडेक्टामी (कान की हड्डी के ऑपरेशन) और ओसीक्लोप्लास्टी (कान की छोटी हड्डी का ऑपरेशन) जैसे बड़े ऑपरेशन की ट्रेनिंग पहले डमी पर फिर मरीज पर दी जाएगी। भविष्य में लैब में ट्रेनिंग प्रोग्राम और कोर्स भी शुरू होंगे।