Edited By Devendra Singh, Updated: 17 Jun, 2022 06:51 PM
ग्वालियर में हिंदू महासभा के प्रत्याशी 11 वार्डों में किसी भी मुस्लिम व्यक्ति (muslim voters) से वोट नहीं मांगेग। चाहे उनका प्रत्याशी हार ही क्यों ना जाए।
ग्वालियर (अंकुर जैन): देश में धर्म की राजनीति (politics of Religion) अब चरम पर है। इससे कोई भी प्रदेश और कोई भी शहर अब बच नहीं रहा है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में हिंदू महासभा (hindu mahasabha gwalior) ने ऐलान किया है कि वह नगर निगम के 66 वार्डों में से 11 वार्डों में अपने प्रत्याशी उतार रही है। लेकिन उसे इन 11 वार्डों में किसी भी मुस्लिम व्यक्ति (muslim voters) का वोट नहीं चाहिए। चाहे उनका प्रत्याशी हार ही क्यों ना जाए।
धर्म को लेकर उफान पर राजनीति
हिंदू महासभा ने बकायदा इसके लिए अपने प्रत्याशियों को बोल दिया है कि कोई भी हिंदू महासभा का प्रत्याशी मुस्लिम परिवारों का वोट लेने के लिए उनकी चौखट पर नहीं जाएगा। वहीं वार्ड 44 के हिंदू महासभा के प्रत्याशी हरिदास अग्रवाल का कहना है जो देश में हालात है, उसको लेकर यह फैसला लिया है। उनके वार्ड में मुस्लिम वोट ही जीत के लिए निर्णायक वोट होता है, बावजूद इसके उन्हें मुस्लिमों का वोट नहीं चाहिए। वहीं कांग्रेस (congress) इस मुद्दे पर जमकर बीजेपी और हिंदू महासभा को घेर रही है। कांग्रेस कह रही है कि आयोग को इस पर नजर रखना चाहिए कि किस तरह से धर्म (Religion) को लेकर राजनीति उफान पर है, जो निकट भविष्य में ख़तरनाक होने वाली है।