Edited By suman, Updated: 20 Dec, 2018 10:17 AM
प्रदेश में सत्ता की बागडोर संभालते ही प्रशासनिक सर्जरी में जुटी कांग्रेस सरकार अब भाजपा से जुड़े अधिकारियों और नेताओं के परिजनों को निशाने पर ले रही है। इसका निशाना पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बड़े भाई डॉ.आनंद मिश्रा बने हैं। सरकार ने उनको जेयू...
ग्वालियर: प्रदेश में सत्ता की बागडोर संभालते ही प्रशासनिक सर्जरी में जुटी कांग्रेस सरकार अब भाजपा से जुड़े अधिकारियों और नेताओं के परिजनों को निशाने पर ले रही है। इसका निशाना पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बड़े भाई डॉ.आनंद मिश्रा बने हैं। सरकार ने उनको जेयू के रजिस्ट्रार पद से हटाते हुए अशोकनगर जिले के शासकीय सहरई (नवीन)महाविद्यालय में पदस्थ किया है।
इतिहास के प्रोफ़ेसर डॉ. आनंद मिश्रा लम्बे समय से जीवाजी विश्व विद्यालय में रजिस्ट्रार पद पर हैं। लेकिन पिछले दिनों विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद से आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर उच्च शिक्षा विभाग ने उन्हें 2 नवम्बर को इंदौर आयुक्त कार्यालय भेज दिया था।
उसके बाद उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव वीरन सिंह भलावी के हस्ताक्षरों से बुधवार को जारी आदेश में डॉ. मिश्रा को अशोकनगर जिले के गांव सहरई में बने शासकीय महाविद्यालय में पदस्थ किया गया है। बता दें कि डॉ. आनंद मिश्रा भाजपा सरकार में जनसंपर्क और संसदीय कार्य मंत्री रहे और वर्तमान दतिया विधायक डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बड़े भाई हैं और जीवाजी विश्व विद्यालय में वे लम्बे समय से पदस्थ थे।