Video: 'गेर यात्रा' पर कोरोना का साया, टूट गई 73 साल पुरानी परंपरा

Edited By meena, Updated: 14 Mar, 2020 05:09 PM

करोना वायरस के चलते रंगों के त्यौहार रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर को प्रशासन ने रद्द कर दिया है। इस घोषणा के साथ ही 73 साल से चली आ रही परंपरा भी टूट गई है। कोरोना का खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आपातकाल, दंगों और भीषण सूखे के दौर में...

इंदौर(गौरव कंछल): करोना वायरस के चलते रंगों के त्यौहार रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर को प्रशासन ने रद्द कर दिया है। इस घोषणा के साथ ही 73 साल से चली आ रही परंपरा भी टूट गई है। कोरोना का खौफ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आपातकाल, दंगों और भीषण सूखे के दौर में भी यह सिलसिला नहीं थमा था। लेकिन अब प्रशासन ने शुक्रवार देर रात आयोजकों के साथ बैठक कर रंगपंचमी से जुड़े अन्य सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए है।

PunjabKesari

73 साल से निकलने वाली गेर यात्रा में रंग बरसाने के लिए टैंकरों पर मिसाइलें कस गई थी, वहीं हजारों किलों गुलाल भी आ चुका था। संगम कार्नर की गेर में शामिल होने बरसाने से कलाकार आ चुके थे तो मारल क्लब ने खंडवा से रामराज्य ढोल की टीम को वापस लौटाया।

PunjabKesari

यूं तो गेर 1927 से चल रही है, लेकिन आजादी के बाद से यह नियमित हो गई। इसके बाद ऐसा पहली बार हो रहा है, जब रंगपंचमी पर गेर नहीं निकलेगी। बताया जा रहा है कि इसका खासा असर इंदौर के राजवाड़ा पर देखने को मिलेगा। संगम कार्नर चल समारोह समिति के कमलेश खंडेलवाल ने बताया कि प्रशासन के आदेश के बाद अब गेर नहीं निकाली जाएगी। हालांकि हमने गेर की सभी तैयारियां पूरी कर ली थी। 4 हजार किलों गुलाल और फूल तैयार था। 250 मेहमान भी आए थे। डीजे साउंड की गाड़िया आ गई थी। लट्मार होली के लिए बरसाना से कलाकार भी आ गए थे।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!