Edited By meena, Updated: 28 Sep, 2024 05:18 PM
छतरपुर शहर में माहौल उस समय बेहद गमगीन हो गया जब एक गाय के प्रसव पीड़ा से तड़पने लगी और लगभग 9 घंटे तक तड़पती रही...
छतरपुर (राजेश चौरसिया) : छतरपुर शहर में माहौल उस समय बेहद गमगीन हो गया जब एक गाय के प्रसव पीड़ा से तड़पने लगी और लगभग 9 घंटे तक तड़पती रही। दरअसल गाय का बच्चा प्रसव के दौरान फंस गया था और कई घंटों से तड़फती रही। जैसे ही इसकी सूचना गौ सेवकों को मिली वे मौके पर पहुंचे और उन्होंने तड़फ रही गाय के पेट में फंसा बच्चा निकालने का प्रयास किया। लेकिन वे इस काम में सफल न हो सके तो डॉक्टर को बुलाकर बच्चे को निकाला। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और बछड़े की मौत हो चुकी थी। हालांकि इस दौरान गाय की जान बचा ली गई।
●यह है पूरा मामला...
जानकारी के मुताबिक, मामला छतरपुर शहर के मऊ दरवाजा के पास के हाईवे का है। जहां रात 11 बजे के करीब एक गाय प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी जिसकी सूचना सुबह 7:00 बजे गौ अस्पताल के धर्मेंद्र गोस्वामी को दी गई। वहीं स्थानीय लोगों से जैसे ही सूचना मिली गौ सेवक धर्मेंद्र गोस्वामी, अमन गोस्वामी, रविराज तुरंत मौका स्थल पर पहुंचे। उन्होंने गाय की प्रसव कराने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। इसलिए उन्होंने छतरपुर पशु पालन विभाग में पदस्थ उपसंचालक डॉ. RS सेन से संपर्क किया और उनको तुरंत लेकर आए जिन्होंने लगभग आधा घंटे की कड़ी मेहनत के बाद बच्चे को निकाला और गाय को उचित उपचार दिया। डॉक्टर के मुताबिक बच्चा पहले ही मर चुका था पर अगर फंसा रहता तो पीड़ा से गाय भी मर सकती थी जिसे समय रहते बच्चे (बछड़े) को निकाला गया और गाय को बचा लिया गया है।