Edited By suman, Updated: 10 Feb, 2019 09:48 AM
मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही तबादलों की झड़ी लगी हुई है। रोजाना अलग अलग विभागों की तबादला सूची जारी हो रही है। इसको लेकर विपक्ष ने सवाल उठाये हैं। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि ''जब से प्रदेश...
भोपाल: मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही तबादलों की झड़ी लगी हुई है। रोजाना अलग अलग विभागों की तबादला सूची जारी हो रही है। इसको लेकर विपक्ष ने सवाल उठाये हैं। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि 'जब से प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनी है, ट्रांसफर उद्योग खूब फलफूल रहा है।
'विकास का वचन देने वाले कमलनाथ मुख्यमंत्री बनते ही विकास कार्यो पर ध्यान देने के बजाय ट्रांसफर पोस्टिंग में लगे हैं। रोजाना चार-चार पेज की ट्रांसफर सूचियां जारी हो रही हैं, जिससे प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। प्रशासनिक अधिकारी हतोत्साहित हो रहे है और आम जनता परेशान हो रही है।'
सरकार ने चोपट कर दी प्रशासनिक व्यवस्था
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार ने 15 साल में जितने ट्रांसफर नही किये उससे कही ज्यादा ट्रांसफर 50 दिनों में कर कांग्रेस ने प्रशासनिक व्यवस्था चौपट कर दी है। जनता यह जानना चाहती है की क्या यही है वक्त है बदलाव का। कमलनाथ सरकार ने 50 दिनों में 800 से ज्यादा वरिष्ठ अधिकारियों के ट्रांसफर कर प्रशासन को पंगु बना दिया है। अधिकारियों को जिस जगह तैनात किया जाता है उसे काम समझने के पहले ही फिर से उनका ट्रांसफर कर दिया जाता है। जिससे प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
सरकार दे रही भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण
गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया है कि सरकार एक ओर भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दे रही है वही दूसरी ओर कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों पर लांछन लगाकर उन्हें प्रताड़ित और हतोत्साहित कर रही है। सरकार में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर वल्लभ भवन से लेकर जिला और तहसील तक कांग्रेस के दलाल, ठेकेदार और ट्रांसफर माफिया सक्रिय है। जनता परेशान हैं और ईमानदार कर्मचारी अधिकारी दबाव में है। कांग्रेस सरकार लोकसभा के लिए पैसा जुटाने के लिए अधिकारियों पर दबाव बना रही है।