Edited By Devendra Singh, Updated: 23 Feb, 2022 12:40 PM
उज्जैन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने विद्या भारती मालवा के नवनिर्मित विक्रमादित्य भवन का लोकार्पण किया।
उज्जैन (विशाल सिंह ठाकुर): आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को चिंतामन रोड पर विद्या भारती मालवा के नवनिर्मित विक्रमादित्य भवन का लोकार्पण करने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ संघ के सुरेश सोनी, मनमोहन वैद्य, अशोक सोनी समेत संघ के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। 2 बीघा जमीन पर 11 करोड़ से अधिक की लागत से निर्मित अत्याधुनिक भवन में विद्या भारती के शिक्षा से जुड़े कार्यक्रम संपन्न होंगे। इसमें मालवा प्रांत के शिक्षक को ट्रेनिंग भी दी जा सकेगी। इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 30 मिनट के अपने उद्बोधन में नई शिक्षा नीति को लेकर कहा कि देशभर में नीति को लेकर बात हो रही है, यह जरूरी भी है। लेकिन उसके लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग देने की जरूरत है।
शिक्षकों को प्रशिक्षित करने पर दिया जोर
उन्होंने कहा कि बच्चों को सीखने के लिए पहले शिक्षकों को समझना होगा। भारत में प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षित करना जरूरी है। भागवत ने शिक्षकों को ट्रेड करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा में सुधार शिक्षकों को ट्रेंड करने से होगा। आदिवासियों की शिक्षा पर भी जोडर दिया जाए। पाठ्यक्रम कैसा हो, इसके लिए नीति तैयार करनी होगी।
मोहन भागवत का मालवा पगड़ी से स्वागत
विद्या भारती के कार्यक्रम में मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मोहन भागवत का मालवा की पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। मंच पर ही वशिष्ठ अतिथि के रूप में महंत श्याम गिरी विद्या भारती के अखिल भारतीय अध्यक्ष रामाकृष्ण राव सहित प्रांतीय अध्यक्ष नरेंद्र पालीवाल मौजूद थे। इस दौरान डी रामाकृष्ण राव ने नए भवन के महत्व को बताया और कहा कि आने वाले समय में विक्रमादित्य भवन शिक्षा को नई राह दिखाएगा।
सिख समाज ने आरएसएस प्रमुख का किया सम्मान
सरसंघचालक डॉ. मोहन राव भागवत के उज्जैन नगर के प्रवास के दौरान संघ प्रमुख ने आराधना संघ कार्यालय में गुरु तेज बहादुरजी का 40वां प्रकाश पर्व के उपलक्ष में चित्र का अनावरण किया। इस अवसर पर उज्जैन स्थित सभी गुरुद्वारा के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मोहन भागवत को शॉल और धर्म का प्रतीक तलवार भेंटकर सम्मानित किया गया।