Edited By meena, Updated: 10 May, 2021 12:14 AM
बैतूल जिला मुख्यालय पर स्थित मालवीय वार्ड खंजनपुर में एक किन्नर शोभा ने अपने नाम की शोभा को बढ़ाने का काम किया है। दो अनाथ बेटियों का लालन - पालन कर उन्हें उच्च शिक्षा दिलाने का सपना साकार करती किन्नर शोभा ने वैसे तो शोभा गुरू के नाम से पहचान बनाई...
बैतूल(रामकिशोर पवार): बैतूल जिला मुख्यालय पर स्थित मालवीय वार्ड खंजनपुर में एक किन्नर शोभा ने अपने नाम की शोभा को बढ़ाने का काम किया है। दो अनाथ बेटियों का लालन - पालन कर उन्हें उच्च शिक्षा दिलाने का सपना साकार करती किन्नर शोभा ने वैसे तो शोभा गुरू के नाम से पहचान बनाई है। शोभा गुरू ने आठ साल की रानी और डेढ़ साल की पिंकी की बीते चाल साल से जिम्मेदारी ली है और मां बनकर दोनों अनाथ बच्चों की परवरिश की जवाबदारी अपने कंधों पर लेकर उनकी देख- भाल कर रही है।
मां बनने के लिए जरूरी नहीं कि उसकी कोख से कोई शिशु जन्म ले, बांझ क्या जाने प्रसव की पीड़ा जैसे उलाहनों के बीच अपने मां होने का दर्द शोभा ने हर पल महसूस किया है। किन्नर शोभा गुरू यूं तो आपको हर दिन कहीं न कहीं अपनी टोली के संग मिल जाएगी लेकिन कोरोना जैसी महामारी के संकट के समय लोगों की मददगार बनी शोभा कहती है कि उसे पता चला है कि महामारी ने दो बच्चों को अनाथ कर दिया है, वह संकट के उभरने के बाद उन बच्चों की भी परवरीश करना चाहती है। ऐसे दौर में जब लोगों की रोटी - रोटी का संकट आ गया है। शोभा ने अपने संग अपनी पूरी टीम का भी ख्याल रखना नहीं भूली है।