Edited By meena, Updated: 04 Feb, 2020 05:28 PM
मध्य प्रदेश में खाली हुई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना तय है। इसमें आगर-मालवा जिले की आगर विधानसभा सीट और मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट शामिल है। इन दोनों सीटों में होने वाले उपचुनावों के...
भोपाल: मध्य प्रदेश में खाली हुई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना तय है। इसमें आगर-मालवा जिले की आगर विधानसभा सीट और मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट शामिल है। इन दोनों सीटों में होने वाले उपचुनावों के लिए भाजपा-कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बताया जा रहा है कि इन उपचुनावों में कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया और जयवर्धन सिंह को बड़ी जिम्मेदारी सौंपने का विचार कर रही है।
कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। जौरा विधानसभा सीट ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की सीट है। इसलिए इस से जीत की जिम्मेदारी पूरी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया का रहेगा। इस सीट से उम्मीदवार की सिलेक्शन भी सिंधिया ही करेंगे।
बता दें कि जौरा विधानसभा सीट से विधायक बनवारी लाल शर्मा का लंबी बीमारी के बाद दिसंबर 2019 में निधन हो गया था। वहीं हाल ही में अब आगर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक मनोहर लाल ऊंटवाल का निधन हो गया है। इन दोनों सीटों पर जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। इसलिए जौरा सीट पर जीत की पूरी जिम्मेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया और आगर सीट की पूरी जिम्मेदारी मंत्री जयवर्धन सिंह को सौंपी जा सकती है। कांग्रेस के पास अपनी जौरा सीट बचाने और आगर सीट जीतने की चुनौती है। कांग्रेस ने इसके लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। अगर कांग्रेस इस दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज करती है तो कमलनाथ सरकार को पूर्ण बहुमत मिल जाएगा।