Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 26 Feb, 2019 06:43 PM
कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए दो महीने से उपर हो गए हैं। सीएम कमलनाथ ने कई नई योजनाओं का आरंभ कर प्रदेश की जनता का दिल जीतने की पूरी कोशिश की। लेकिन विपक्ष में बैठी शिवराज सरकार कमलनाथ सरकार को घेरने में कोई...
बालाघाट: कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए दो महीने से उपर हो गए हैं। सीएम कमलनाथ ने कई नई योजनाओं का आरंभ कर प्रदेश की जनता का दिल जीतने की पूरी कोशिश की। लेकिन विपक्ष में बैठी शिवराज सरकार कमलनाथ सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। भाजपा पार्टी तथा पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सड़क से लेकर सदन तक हमलावर दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, विपक्ष में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान तीखा रुख अपनाए हुए हैं। यहां एक ओर वे भी कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतर कर आंदोलन का नेतृत्व करते नजर आए वहीं उन्होंने जिले में विशाल किसान जनसभा को संबोधित करते हुए एक के बाद एक जुबानी हमले किए। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी के नाम कमलनाथ सरकार किसानों को गुमराह कर रही है। वहीं समर्थन मुल्य 25 रू. करने की मांग भी की। यहां आक्रमक अंदाज में दिखे मुख्य ने सतना के दो मासूम भाई के अपहरण के बाद हत्या के मामले पर कहा कि प्रदेश में आराजकता और डकैतों का राज बढ़ रहा है। जिससे कानून व्यवस्था चंद दिनों में चरमरा गई है।
मामले में एक और नया मोड़ आया जब मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के अलावा मंच पर बैठे भाजपा के सभी वक्ताओं ने आक्रमक अंदाज अपना लिया। शिवराज सिंह के तीखे तेवर के अंदाज में पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने एक मामले को लेकर जिला कलेक्टर दीपक आर्य को मंच से खुली धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि कलेक्टर उनके पल्ले न पड़े वरना कलेक्टर को भागने के लिए रास्ता भी नसीब नहीं होगा। पूर्व कृषि मंत्री ने प्रदेश सरकार पर भी तीखे हमले किए।