Edited By suman, Updated: 17 Jan, 2019 12:13 PM
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज और उनके मंत्रियों का इनकम टैक्स चुकाने के लिए सरकार ने 9 लाख 71 हजार रुपए से ज्यादा राशि खाते में जमा करने के आदेश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, शिवराज सरकार के मंत्रियों ने इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसे मान्य...
भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज और उनके मंत्रियों का इनकम टैक्स चुकाने के लिए सरकार ने 9 लाख 71 हजार रुपए से ज्यादा राशि खाते में जमा करने के आदेश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, शिवराज सरकार के मंत्रियों ने इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसे मान्य करते हुए यह राशि जमा की गई है। यह राशि अप्रैल से लेकर नवंबर तक की बताई जा रही है। इस व्यवस्था पर पूर्व मुख्य सचिव ने सवाल उठाए है, उनका कहना है कि 'जिस तरह से अधिकारी-कर्मचारी अपना आयकर खुद भरते है ,वैसे ही पिछली सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को भी भरना चाहिए, इससे सरकार पर न सिर्फ बोझ पड़ेगा, बल्कि जनता की कमाई भी इन खर्चों में चली जाएगी'।
दरअसल, मुख्यमंत्री, मंत्री और राज्यमंत्री उनको मिलने वाले वेतन, भत्ते तथा परिलब्धियों की राशि पर इनकम टैक्स भरते है। पहले सरकार भाजपा की थी तो आदेश मिलते ही सचिवालय सीधे तौर पर इसे भर देता था। लेकिन अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और भाजपा विपक्ष में है, इसलिए उन्होंने इन राशियों पर लगने वाले इनकम टैक्स की प्रतिपूर्ति के लिए कमलनाथ सरकार को प्रस्ताव भेजा था। जिसे सामान्य प्रशासन विभाग ने मान्य कर लिया है। सरकार की तरफ से मुख्य लेखाधिकारी को 9 लाख 71 हजार रुपए से ज्यादा राशि खाते में जमा करने के आदेश दिए गए हैं।
टैक्स भरने को लेकर उठाए सवाल
टैक्स जमा करने को लेकर पूर्व मुख्य सचिव के एस शर्मा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे वीआईपी कल्चर करार दिया। उनका कहना है कि मंत्रियों व विधायकों को यह विशेष दर्जा क्यों मिलना चाहिए। जिस तरह अधिकारी-कर्मचारियों खुद अपना टैक्स भरते है, ठीक उसी प्रकार पिछली सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री को भी भरना चाहिए।खजाना पहले से ही खाली है और ऐसे में जनता की गाढ़ी कमाई से खजाने में जमा होने की बजाय यूं टैक्स भरने में वेस्ट नही होनी चाहिए।इससे सरकार पर भार पड़ेगा।' नियमानुसार, विधायकों के वेतन-भत्ते पर लगने वाला आयकर विधानसभा सचिवालय ही भरता है। चाहे सरकार किसी की भी हो। यह परंपरा सालों से चली आ रही है। पिछली सरकार ने भी ऐसा ही किया था और अब वर्तमान सरकार भी वही कर रही है।
किस मंत्री के खाते में कितने जमा होंगे
डॉ. गौरीशंकर शेजवार दो लाख 10 हजार, कुसुम महदेले को दो लाख 55 हजार, अर्चना चिटनिस को एक लाख 30 हजार, राजेंद्र शुक्ल को 80 हजार, अंतर सिंह आर्य को एक लाख, भूपेंद्र सिंह को 75 हजार, जयभान सिंह पवैया को 45 हजार, -सुरेंद्र पटवा को 30 हजार, ललिता यादव के खाते में 46 हजार 350 रुपए।