Edited By suman, Updated: 22 Jul, 2018 06:15 PM
चुनाव कोई भी हो, उसमें बाहुबल के साथ धनबल का जमकर इस्तेमाल होता आया है। मतदाताओं को लुभाने के लिए उम्मीदवार नोट और शराब का भरपूर वितरण करते हैं। देश के सबसे समस्या ग्रस्त इलाके बुंदेलखंड के युवाओं ने ऐसे नेताओं को सबक सिखाने की मुहिम छेड़ दी है।...
छतरपुर : चुनाव कोई भी हो, उसमें बाहुबल के साथ धनबल का जमकर इस्तेमाल होता आया है। मतदाताओं को लुभाने के लिए उम्मीदवार नोट और शराब का भरपूर वितरण करते हैं। देश के सबसे समस्या ग्रस्त इलाके बुंदेलखंड के युवाओं ने ऐसे नेताओं को सबक सिखाने की मुहिम छेड़ दी है। यहां के युवाओं ने तय किया है कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जो भी उम्मीदवार नोट और शराब बांटने की कोशिश करेगा, उसे मतदाता अपना वोट नहीं देंगे, यह शपथ दिलाई जाएगी। इसके लिए वे गांव-गांव जाकर चौपालें लगाने लगे हैं। दो दिन पहले ही बड़ामलहरा क्षेत्र के रामटौरिया में ऐसी ही चौपाल लगाई गई।
मध्य प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड के छह जिलों में 32 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इन क्षेत्रों से सत्ताधारी दल भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अलावा समाजवादी और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार भी मैदान में होते हैं, क्योंकि यह इलाका उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ा हुआ है। यही कारण है कि बाहुबल और धनबल का भरपूर इस्तेमाल होता है। छतरपुर जिले की बड़ा मलेहरा विधानसभा क्षेत्र की रामटौरिया पंचायत के सरपंच लखन अहिरवार का कहना है कि चुनाव में बड़े पैमाने पर गरीबों को नोट और शराब बांटने की अरसे से परंपरा चली आ रही है। इस बार युवाओं ने संकल्प लिया है कि वे गांव-गांव जाकर लोगों में जागृति लाएंगे और संकल्प दिलाएंगे कि जो नोट और शराब की बात करेगा, उस दल के उम्मीदवार को किसी भी कीमत पर वोट नहीं देंगे। ऐसा मूवमेंट पिछले एक माह से ग्रामीण क्षेत्र में चल रहा है।