Edited By meena, Updated: 26 Jan, 2024 05:30 PM
गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार फिर केंद्रीय जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 12 बंदियों की सजा माफ की गई...
इंदौर(सचिन बहरानी): गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार फिर केंद्रीय जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 12 बंदियों की सजा माफ की गई। कैदियों को उनके अच्छे आचरण के चलते सरकार ने उनकी सजा माफ़ कर उन्हें रिहा किया गया। रिहाई के बाद बंदियों के चहरे ख़ुशी की झलक दिखाई दी। जेल से बाहर निकलते ही बंदी अपने परिवार से मिलकर रो पड़े। सालों बाद अपनों से मिलकर परिवार की खुशी दो गुनी हो गई।
इंदौर के केंद्रीय जेल के बाहर वो परिवार भी जेल पहुंचे थे जिनके अपने भाई पति या बेटा सालों से जुर्म करने के बाद जेल में आजीवन की सजा काट रहे थे आज गणतंत्र दिवस के मौके पर शासन ने माफ़ी प्राप्त और जेल में अच्छे आचरण और अनुशासन में रहने वाले केंद्रीय जेल इंदौर से 12 बंदियों को रिहाई दी गई है। सभी आरोपी जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। वही जेल अधीक्षण ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार और भारत सरकार बहुत संवेदनशील सरकार है और वो लगातार ये प्रयास कर रहे कि बंदियों का वेलफेयर कैसे किया जाये। अब मध्य प्रदेश सरकार ने साल में चार बार 2 अक्टूबर गांधी जयंती बाबा अंबेडकर जयंती 15 अगस्त और 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर बंदियों की रिहाई होने लगी है।
इससे बंदियों को निश्चित रूप से बहुत फायदा मिलेगा। वही रोजगार की बात पर जेल अधीक्षक ने कहा कि 12 बंदियों में से 6 बंदी ऐसे हैं जब से इन्हें सजा हुई है तब से अपने परिवार से नहीं मिले और ना कभी इन बंदियों ने पैरोल लिया है। ये कैदी अपने घर जाकर पहले घरवालों से मिलेंगे कुछ बंदियों का किसानी खेती का काम है। वही जेल में बंदियों को उनकी रूचि के अनुसार भी काम सिखाया गया। भविष्य में बंदियों को किसी प्रकार के रोजगार नहीं मिलता है और उन्हें मदद की आवश्यकता लगेगी तो जेल प्रशासन उनकी पूरी मदद करेगा। वही जेल से रिहा हुए कैदियों को ढ़ोलक बजाकर उनकी रिहाई की। वही उनको एक सन्देश भी दिया गया कि जो आपसे भूलचूक हुई है उसे भूलकर अब अनुशासन में रहे अच्छे से काम करें अपराध से दूर रहे। इससे सभी कैदी शासन की नीतियों का लाभ ले पाएंगे। सकुशल अपने परिवार के साथ रह पाएंगे।