Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 18 Jan, 2019 10:47 AM
जिले के निवाली थाने पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब कस्तूरबा कन्या छात्रावास की 50 से अधिक बालिकाएं हॉस्टल वारडन व उसके पति के खिलाफ शिकायत लिखवाने पहुंच गई। छात्राओं की इतनी ज्यादा संख्या देख सभी अधिकारी...
बड़वानी: जिले के निवाली थाने पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब कस्तूरबा कन्या छात्रावास की 50 से अधिक बालिकाएं हॉस्टल वारडन व उसके पति के खिलाफ शिकायत लिखवाने पहुंच गई। छात्राओं की इतनी ज्यादा संख्या देख सभी अधिकारी सकते में आ गए। हैरानी की बात है कि छात्राओं को महज समझा- बुझाकर वहां से बिना शिकायत दर्ज कराए ही वापस भेज दिया। जिससे पुलिस प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है।
मामला जिले के निवाली क्षेत्र का है। जहां शासकीय अनुदान प्राप्त कस्तूरबा कन्या आश्रम की कक्षा चौथी और पांचवी की लगभग 50 बालिकाएं शिकायत लिखवाने पहुंची। उनका कहना था कि हॉस्टल अधीक्षका और उसके पति उनके साथ मारपीट करते हैं तथा परेशान व अभद्र भाषा का उपयोग करते हैं।
इस तरह बालिकाओं के थाने में पहुंचने से हर कोई हरकत में आ गया और हॉस्टल की वरिष्ठ अधिकारी सहित नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और बालिकाओं को समझाइश देकर मनाने लगे। बालिकाएं तो वापस हॉस्टल चली गई लेकिन पुलिस द्वारा हॉस्टल अधीक्षका के पति पर मारपीट का आरोप लगाने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।