Edited By Vikas kumar, Updated: 27 Dec, 2018 06:36 PM
इस बार के चुनाव में मतदाताओं ने 15 साल से शासित बीजेपी की जगह कांग्रेस को मौका दिया। मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण में कांग्रेस ने एक बार फिर इतिहास दोहराते हुए नर्मदा कि...
खरगोन: इस बार के चुनाव में मतदाताओं ने 15 साल से शासित बीजेपी की जगह कांग्रेस को मौका दिया। मंगलवार को हुए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण में कांग्रेस ने एक बार फिर इतिहास दोहराते हुए नर्मदा किनारे बसे दो विधानसभा क्षेत्रों कसरावद और महेश्वर से विजयलक्ष्मी साधौ और सचिन यादव को कैबिनेट मंत्री बनाया। कांग्रेस के शासन काल में यह तीसरा मौका है जब खरगोन जिले को दो मंत्री मिले हैं।
इससे पहले वर्ष 1993 और 1998 में कांग्रेस नेता सुभाष यादव उपमुख्यमंत्री थे तब वे कसरावद विधायक थे। जब राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शपथ दिलाने के लिए खड़ी हुईं तो सबसे पहला नाम विजय लक्ष्मी साधौ का था। बता दें कि विजयलक्ष्मी के परिवार का शुरू से ही कांग्रेस से गहरा रिश्ता रहा है। इनके परिवार से 11 बार महेश्वर के विधायक बने हैं। इनके पिता सीताराम साधौ 1952 से 1985 तक छह बार विधायक रहे हैं। साल 1985 में विजयलक्ष्मी साधौ ने पहली बार 26 वर्ष की उम्र में राजनीति में कदम रखा था और कांग्रेस विधायक बनीं थीं। साधौ दिग्विजय सरकार में साल 1993 में पर्यटन और संस्कृति मंत्री बनीं, 1998 में पीडब्ल्यूडी, चिकित्सा शिक्षा और नर्मदा घाटी विकास मंत्री भी रह चुकी हैं हालांकि इस बार उन्हें मंत्री पद का दर्जा तो दिया गया है लेकिन पार्टी में विभाग का बंटवारा अभी तक नहीं हो पाया है।