Edited By Vikas Tiwari, Updated: 07 Sep, 2021 02:07 PM
खरगोन जिले के बिस्टान थाना क्षेत्र के अंतर्गत गिफ्तार लूट के आरोपी की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने थाने में जमकर उत्पात मचाया। लोगों ने थाने का घेराव कर पुलिसकर्मियों से मारपीट भी की। जानकारी के अनुसार 3 दिन पहले झगड़ी गांव में लूट की वारदात 12...
खरगोन (ओम रामणेकर): खरगोन जिले के बिस्टान थाना क्षेत्र के अंतर्गत गिफ्तार लूट के आरोपी की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने थाने में जमकर उत्पात मचाया। लोगों ने थाने का घेराव कर पुलिसकर्मियों से मारपीट भी की। जानकारी के अनुसार 3 दिन पहले झगड़ी गांव में लूट की वारदात 12 रोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसी में जेल में बंद आरोपी की मौत के बाद खेरकुंडी के लोगों ने मंगलवार सुबह थाने पर घेराव कर पथराव कर दिया।
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि डीआरपी लाइन से फोर्स को मौके पर भेजा है। यहां पुलिस ने भीड़ को तीतर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े हैं। मौके पर SDOP, SDM, तहसीलदार और आला अधिकारी पहुंचे हैं। यहां अभी भी पुलिस और ग्रामीण आमने सामने हैं। पूरा बाजार बंद हो चुका है।
घटना को लेकर कमलनाथ ने साधा सरकार पर निशाना...
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मामले को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि ‘मध्यप्रदेश में आदिवासी वर्ग पर दमन व उत्पीड़न का काम जारी है। नेमावर, नीमच के बाद अब खरगोन ज़िले के बिस्टान थाने में एक आदिवासी व्यक्ति की प्रताड़ना से मौत की जानकारी व बालाघाट ज़िले में स्कूल जाते समय एक आदिवासी छात्रा की हत्या की ख़बर मिली है। मै सरकार से मांग करता हूं कि इन दोनों घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच हो, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो, पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद हो, उन्हें न्याय मिले।
अरुण यादव ने पुलिस को बताया तालिबान...
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने तो इस घटना के लिए एमपी पुलिस को तालिबानी बता डाला। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि अब मध्यप्रदेश की पुलिस बनी तालिबानी... मामला खरगोन जिले के खैरकुंडी का है, जहाँ चोरी के शक में पुलिसकर्मी 8-10 आदिवासी भाइयों को पकड़कर लाई थी,बिस्टान पुलिस के रिमांड के दौरान एक आदिवासी की मौत हो गई है, घटना दुःखद एवं निंदनीय है ।