Edited By Prashar, Updated: 20 Jul, 2018 01:00 PM
साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसके लिए पार्टी ने पूरी तरह से कमर कस ली है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब भोपाल में ही रहेंगे। इसके लिए उन्हें भोपाल के अलाट हो गया है।...
भोपाल : साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसके लिए पार्टी ने पूरी तरह से कमर कस ली है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब भोपाल में ही रहेंगे। इसके लिए उन्हें भोपाल के अलाट हो गया है। बी-12 नंबर का यह बंगला मेघराज जैन के नाम आवंटित था।
कंट्रोल रूम भी तैयार
भाजपा की तरफ से वार रूम की तरह कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा रहा है। जहां से भाजपा चुनाव पर नजर रख सकेगी। इसके सात ही सोशल मीडिया का सेंटर भी लगातार काम करेगा।
भोपाल होगा पूरी राजनीति का केंद्र
जानकारी के अनुसार भाजपा अध्यक्ष के भोपाल में शिफ्ट होने के कारण पूरी राजनीति का केंद्र भोपाल बन सकता है। अमित शाह चुनाव तक भोपाल में ही रहेंगे। वे यहीं से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के चुनावों पर नजर रखेंगे।
राजस्थान पर ज्यादा जोर
जानकारी के अनुसार आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का ज्यादा ध्यान राजस्थान के चुनाव पर रहेगा। इसके बाद छत्तीसगढ़ और फिर मध्यप्रदेश पर रहेगा। क्योंकि मध्यप्रदेश में भाजपा की स्थिति इतनी खराब नहीं है, जितनी छत्तीसगढ़ और राजस्थान में महसूस की जा रही है। इसलिए माना जा रहा है कि शाह भोपाल से चुनावी गतिविधियां संचालित करेंगे और राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर ज्यादा फोकस करेंगे।
भाजपा कार्यालय में अलग चुनाव वार रूम
भाजपा के प्रदेश कार्यालय से अलग चुनाव वार रूम बनाया जा रहा है। यह इसलिए अलग बनाया गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की टीम, उनका डाटा, विश्लेषण करने वाले लोग, सोशल मीडिया समेत सब अलग-अलग संचालित होता है। इस टीम में गुजरात से लेकर दिल्ली तक के खास लोग शामिल रहते हैं। यह टीम इतनी तगड़ी है कि बूथ स्तर से भी ताजी अपडेट देती रहती है। मध्यप्रदेश में केंद्र इसलिए बनाया जा रहा है कि ताकी छत्तीसगढ़ और राजस्थान जाना यहां से आसान है। जब जरूरत होगी तो भाजपा की केंद्रीय टीम जयपुर, रायपुर या इंदौर का दौरा कर सकते हैं।