Edited By shahil sharma, Updated: 15 Mar, 2021 01:38 PM
राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। अपना विरोध जाहिर करने के लिए बैंक कर्मचारी और अधिकारी देशभर में दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं। बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के पहले दिन इंदौर में भी हड़ताल का असर नजर आया, जहां...
इंदौर (सचिन बहरानी): राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। अपना विरोध जाहिर करने के लिए बैंक कर्मचारी और अधिकारी देशभर में दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं।
बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के पहले दिन इंदौर में भी हड़ताल का असर नजर आया, जहां बैंक कर्मचारियों ने रैली निकालकर और नारेबाजी कर अपना आक्रोश जाहिर किया। वहीं, आम लोग बैंक हड़ताल की वजह से परेशान दिखे।
सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध जाहिर करते हुए बैंक अधिकारियों ने बताया कि बैंक हड़ताल के चलते अकेले इंदौर में 1 दिन में करीब 100 करोड़ से अधिक का लेन-देन प्रभावित होगा। बैंक अधिकारियों का कहना है कि हड़ताल कर लोगों को परेशान करना उनका मकसद नहीं है बल्कि लोगों को परेशानी से बचाने के लिए ही वे हड़ताल करने को मजबूर है।
बैंक अधिकारियों ने चेतावनी दी और कहा कि यदि दो दिवसीय हड़ताल के बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तो सभी बैंक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि बैंकों का निजीकरण जनता से खिलवाड़ है।