Edited By Himansh sharma, Updated: 02 Mar, 2024 10:18 PM
छत्तीसगढ़ में पहली लिस्ट में ही सभी 11 सीटों पर नाम का ऐलान हो गया है।
रायपुर। (सत्येंद्र शर्मा): छत्तीसगढ़ में पहली लिस्ट में ही सभी 11 सीटों पर नाम का ऐलान हो गया है। 2 सांसदों को रिपीट किया गया है। 2 मौजूदा सांसद विजय बघेल को दुर्ग और संतोष पांडेय को राजनांदगांव से फिर मौका। 11 सीटों में 3 महिलाओं को बीजेपी ने टिकट दिया है। छत्तीसगढ़ से भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए रायपुर से सांसद सुनील सोनी का टिकिट काट कर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर भरोसा जताया है। विधानसभा चुनाव में लगातार बृजमोहन अग्रवाल ने जीत दर्ज की है। 2018 में जब समूचे रायपुर की सीटें कांग्रेस के हाथ में आई तब शहर से इकलौते भाजपा विधायक बृजमोहन ही बने थे। अग्रवाल समाज का जातिगत समीकरण भी भाजपा नजरअंदाज नहीं कर सकती।
संगठन और कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। प्रदेश में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। रायपुर संभाग के भौगोलिक समीकरण के हिसाब से बृजमोहन को जिम्मा दिया गया है।
दुर्ग से एक बार फिर विजय बघेल को टिकिट दिया है। इससे पहले विजय बघेल को सीएम भूपेश बघेल के ख़िलाफ़ विधानसभा में टिकिट दिया गया लेकिन हार गए थे। सरगुजा संभाग में रेणुका सिंह की जगह अब चिंतामणि महाराज पे बीजेपी ने भरोसा जताया है। चिंतामणि महाराज को कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था। और इसके बाद वे भाजपा में आ गए। वे सरगुजा से भाजपा की टिकट चाहते थे, लेकिन उन्हें मना लिया गया। आखिरकार उन्हें लोकसभा में मौका दिया गया है। चिंतामणि महाराज को मानने वाले सरगुजा क्षेत्र में बड़ा वर्ग है।
सरोज पांडेय अब कोरबा से प्रत्याशी
2008 में भिलाई के वैशाली नगर सीट से विधानसभा से चुनाव लड़ा था। बीजेपी ने 2009 में उन्हें महापौर रहते हुए आम चुनाव में विधायक और दुर्ग सीट से लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर खड़ा कर दिया। सांसद रहते ही पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महिला मोर्चा का अध्यक्ष बनाया।
बिलासपुर से अब अरुण साव की जगह तोखन साहू पर भरोसा जताया गया है। तोखन साहू लोरमी से भाजपा के विधायक रह चुके हैं। इसी क्षेत्र से धर्मजीत सिंह भी जनता कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे, जिन्होंने भाजपा जॉइन कर ली और तखतपुर से जीते। लोरमी से अरुण साव ने चुनाव लड़ा जिसके कारण तोखन साहू को मौका नहीं मिला। उन्हें लोकसभा से चुनाव लड़ाकर पार्टी ने तोहफा दिया है।
राधेश्याम राठिया को रायगढ़ से उतारा गया धरमजयगढ़ विधानसभा से लंबे वक्त से विधानसभा चुनाव का टिकट मांग रहे राधेश्याम को वफादारी का फल मिला है। पिछले लोकसभा चुनाव में इन्हें धरमजयगढ़ विधानसभा का चुनाव संचालक भी बनाया गया था। इससे पहले राठिया पूर्व जनपद अध्यक्ष, जिला किसान मोर्चा के महामंत्री भी रह चुके हैं। रायगढ़ क्षेत्र से किसी नए चेहरे को मैदान में उतारने की तैयारी BJP पहले ही कर चुकी थी। राठिया समाज से ताल्लुक रखने वाले राधेश्याम पर इस लोकसभा चुनाव में दांव खेला गया है।
रूपकुमारी चौधरी पूर्व विधायक भी रह चुकी हैं। रूपकुमारी चौधरी छत्तीसगढ़ विधानसभा की पूर्व सदस्य हैं। 2013 से 2018 तक बसना विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं। रूप कुमारी भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय नेता हैं और मई 2015 से दिसम्बर 2018 तक संसदीय सचिव रह चुकी हैं।
कमलेश जांगड़े जांजगीर से चुनाव लड़ेंगी
लोकसभा क्षेत्र जांजगीर से सक्ती विधानसभा की कमलेश जांगड़े को मैदान में लाया गया है। कमलेश जांगड़े BJP महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष के रूप में काम कर चुकी हैं। एक बार वे जिला पंचायत का चुनाव हार चुकी हैं।