Edited By meena, Updated: 31 Jul, 2019 05:11 PM
पिछले काफी लम्बे अंतराल के बाद मंगलवार को आखिरकार ट्रिपल तलाक बिल पास हो गया। तीन तलाक बिल के समर्थन में 99 वोट और विरोध में 84 वोट पड़े। वहीं इस वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के पांच-पांच सांसदों सहित विपक्ष के लगभग 20 सांसद अनुपस्थित...
भोपाल: पिछले काफी लम्बे अंतराल के बाद मंगलवार को आखिरकार ट्रिपल तलाक बिल पास हो गया। तीन तलाक बिल के समर्थन में 99 वोट और विरोध में 84 वोट पड़े। वहीं इस वोटिंग के दौरान समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के पांच-पांच सांसदों सहित विपक्ष के लगभग 20 सांसद अनुपस्थित रहे। आपको बता दें कि इस बिल को पास कराने में कई पार्टियों ने वोटिंग में हिस्सा न लेकर बड़ी भूमिका निभाई है। मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा भी शामिल है जो वोटिंग के दौरान सदन में गौर हाजिर थे।
दरअसल, कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों की सदन में मौजदूगी सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ने व्हिप जारी किया था लेकिन इसके बावजूद भी कई सांसद सदन से अनुपस्थित थे। वहीं अगर सूत्रों के मानें तो विपक्ष के सदस्य अगर सदन में मौजूद होते तो विधेयक को प्रवर समिति के पास भिजवाया जा सकता था, विपक्षी दल के सदस्यों की गैर हाजिरी के चलते विपक्ष के वोट कम हो गए और बिल पास हो गया। कांग्रेस के जो पांच सदस्य गैर हाजिर रहे उनमें विवेक तनखा, प्रताप सिंह बाजवा, रंजीब बिस्वाल और मुकुट मिथी के अलावा संजय सिंह भी हैं। लेकिन संजय सिंह मंगलवार को ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
विवेक तन्खा ने दी सफाई:
वहीं सदन में गैरमौजूदगी को लेकर विवेक तन्खा ने उठ रहे सवालों पर सफाई देते हुए कहा तीन तलाक बिल के राज्यसभा में पेश किए जाने की जानकारी मुझे सुबह 10 बजे उस वक्त मिली, जब मैं एक मामले में पेश होने के लिए बिलापुर हाईकोर्ट में पहुंचा था। मैंने पार्टी नेतृत्व से छतीसगढ़ जाने के लिए परसों ही इजाजत मांगी थी। ऐसे में दिल्ली से लौटना संभव नहीं था।
कांग्रेस का प्लोर मैनेजमेंट भाजपा की अपेक्षा कमजोर:
वरिष्ठ पत्रकारों का कहना है कि अगर कांग्रेस चाहती तो राज्यसभा में इस बिल को पास होने से रोक सकती थी। लेकिन खुद कांग्रेस के सांसद इतने महत्वपूर्ण बिल की चर्चा और वोटिंग में गैरहाजिर रहते हैं जिससे साफ है कि कांग्रेस का फ्लोर मैनेजमेंट भाजपा की अपेक्षा बहुत कमजोर है।