Edited By suman, Updated: 29 Aug, 2018 11:39 AM
: जिला मुख्यालय से 100 किमी दूर स्थित बकस्वाहा कस्बे का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंबे समय से बिना डॉक्टर के चल रहा है। यहां पीड़ितों को आसानी से इलाज नहीं मिलता है। ऐसे में कई बार तो
छतरपुर : जिला मुख्यालय से 100 किमी दूर स्थित बकस्वाहा कस्बे का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंबे समय से बिना डॉक्टर के चल रहा है। यहां पीड़ितों को आसानी से इलाज नहीं मिलता है। ऐसे में कई बार तो मरीजों की जान पर बन आती है, इसका फायदा उठाकर बकस्वाहा अंचल में नीम हकीम और झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ करके मोटी कमाई कर रहे हैं। बकस्वाहा अंचल में 121 गांवों के लोग बक्सवाहा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर हैं। यहां 6 डॉक्टरों के पद होने के बावजूद एक भी डॉक्टर नहीं है। कोई डॉक्टर मेडिकल लीव लेकर चला गया तो किसी ने छुटटी ले रखी है।
कुछ दिन पहले यहां पदस्थ बीएमओ डॉ. लखनलाल अहिरवार छुट्टी लेकर चले गए हैं। कुछ डॉक्टर नई तैनाती के तहत यहां भेजे गए, लेकिन बकस्वाहा में रहने की कोई व्यवस्था न हो पाने से वे भी यहां से चले गए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात 40 कर्मचारी भी डॉक्टरों की देखा देखी मनमानी पर उतारू हैं। ये कर्मचारी अस्पताल में उपस्थिति पंजी पर अपने दस्तखत करके घर चले जाते हैं। ऐसे में इलाज के लिए मरीज परेशान रहते हैं कई बार तो समय से इलाज न मिलने से मौतें भी हो जाती हैं। सही मायने में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने आने वाले मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है। ऐसे दर्जनों मामले सामने आए हैं इनके बारे में कलेक्टर, सीएमएचओ से लेकर सभी जनप्रतिनिधियों को पूरी जानकारी है लेकिन सभी मौन हैं।