Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 10 Jan, 2019 03:05 PM
जिले के बड़ामलहरा में स्थानीय वन परिक्षेत्र स्थित जसगुवांकला क्षेत्र में सलइया के वृक्षों से गोंद दोहन का अवैध जोरों से चल रहा था। जिस पर मुखविर की सूचना के आधार पर वन विभाग ने दबिश के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के...
छतरपुर: जिले के बड़ामलहरा में स्थानीय वन परिक्षेत्र स्थित जसगुवांकला क्षेत्र में सलइया के वृक्षों से गोंद दोहन का अवैध जोरों से चल रहा था। जिस पर मुखविर की सूचना के आधार पर वन विभाग ने दबिश के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को 10 बजे के करीब वन विभाग के एसडीओ केबी गुप्ता को सूचना मिली थी कि सूरजपुराकलां स्थित नदी के पास जंगल में दो लोग गोद दोहन कर रहे हैं। जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीम ने घेराबंदी करते हुए दो लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया। आरेपियों में 25 वर्षिय मंयक पिता रतनचंद्र जैन निवासी पाटन जो फिलहाल बिजावर में रहता है एवं 25 वर्षिय वाहन चालक राहुल पिता अच्छेलाल प्रजापति निवासी बेलदार मुहल्ला बिजावर का रहने वाले है। जो लोडर वाहन क्रमांक एमपी 16 जीए 1034 में सलइया गोंद भरकर पाटन की ओर जा रहे थे।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने सूरजपुराकलां के जंगल से गोंद एकत्र की है और वह इसे बेचनें ले जा रहे थे। उनके पास से बरामद 13 क्विंटल सलइया गोंद की कीमत 4 लाख रुपए बताई गई है। आरोपी मयंक जैन गोंद का कारोबारी है और लंबे समय से अवैध व्यापार का धंधा करता है।
वन्य अधिकारियों ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज कर लिया है। टीम में रेंजर कृष्णा वर्मा, डिप्टी रेंजर सतीश पटैरिया, माधव शुक्ला, बृजराज सिंह, रवि गुप्ता, पवन तिवारी, आलोक पचौरी, भागीरथ रैकवार सहित विभागीय अमला शामिल था।
बता दें कि, सलइया गोंद बेशकीमती होता है जिसका इस्तेमाल अगरबत्ती, धूपबत्ती, लोहान, चॉकलेट जैसी सुगंधित वस्तुऐं बनाने में किया जाता है। इसे खरीदना, बेचना और परिवहन करना अपराध की श्रेणी में आता है।