Edited By meena, Updated: 10 Aug, 2024 06:56 PM
कहते हैं कि दादा का आखिरी दोस्त उसका पोता होता है और पोते के पहले दोस्त उनके दादा होते हैं ...
धमधा (हेमंत पाल) : कहते हैं कि दादा का आखिरी दोस्त उसका पोता होता है और पोते के पहले दोस्त उनके दादा होते हैं लेकिन धमधा क्षेत्र के ग्राम रूहा में एक पोते ने ही अपने दादा को मौत के घाट उतार दिया। अपना जुर्म स्वीकार करने पर आरोपी डोमार साहू निवासी रूहा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक, 7 अगस्त रात्रि करीब 9 बजे आरोपी डोमार साहू अपने दादा फत्तेलाल साहू के कमरे में पहुंचा, जहां उसने देखा कि दीवार पर टंगी देवता की फोटो गिर गई है। डोमार फोटो को कमरे में रखने चला गया। इससे दादा की आंख खुल गई और वो गंदी गंदी गालियां निकालने लगे। डोमार साहू ने तुरंत लाइट बंद कर दी। डोमार साहू ने इस बात का विरोध किया तो दादा ने उसे दो डंडा मार दिया जिससे डोमार गुस्से में तिलमिला गया और उसी डंडे से पटखनी देते हुए ढकेल दिया। बरामदे में लोहे का खाट बिछा था। उसी में ये दोनों गिर गए जिसकी रॉड टूटी हुई थी। डोमार ने वहीं बेड की टूटी हुई लोहे की रॉड से अपने दादा का गला दबा दिया। जिससे फत्तेलाल की मौत हो गई।