Edited By meena, Updated: 15 Jun, 2019 10:36 AM
अपने कर्त्तव्य के प्रति निष्ठावान न होना तीन पंचायत सचिव को महंगा पड़ा। जिसके चलते उन्हें पद से हाथ धोना पड़ा। मामला महेश्वर विधानसभा क्षेत्र का है जहां प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने गृह जिले के अपने महेश्वर...
भोपाल: अपने कर्त्तव्य के प्रति निष्ठावान न होना तीन पंचायत सचिव व एक रोजगार सहायक को महंगा पड़ा। जिसके चलते उन्हें पद से हाथ धोना पड़ा। मामला महेश्वर विधानसभा क्षेत्र का है जहां प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने गृह जिले के अपने महेश्वर विधानसभा क्षेत्र के तीन पंचायत सचिव और एक रोजगार सहायक को लापरवाही के चलते निलंबित करने का निर्देश दिया है। विकास और समस्याओं की समीक्षा के लिए मंत्री साधौ ने शुक्रवार को एसडीएम और सीईओ की मौजूदगी में अधिकारियोंं और कर्मचारियों की बैठक बुलाई थी।
बैठक के दौरान तीन पंचायत सचिव और रोजगार सहायक गैरहाजिर रहे। उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए उनके पद से निलंबित करने के आदेश दिए। उन्होंने फटकार लगाते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्री साधौ ने इस दौरान खुला मंच के तर्ज पर आमजन की समास्या भी सुनी और मौके पर निराकरण के निर्देश भी दिए।इस दौरान मण्डलेश्वर में 9 करोड़ की लागत से 30 बिस्तर के बनने वाले आयुर्वेदिक अस्पताल का निरीक्षण भी किया।