Edited By suman, Updated: 23 Feb, 2019 03:07 PM
मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यक्रम से महापौर आलोक शर्मा का उठकर चले जाने का मामला अब गरमाता जा रहा है। जहां विपक्ष ने सरकार पर भरे मंच पर आलोक शर्मा का अपमान करने का आरोप लगाया और माफी मांगने की बात कही है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि जब प्रदेश में...
भोपाल: मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यक्रम से महापौर आलोक शर्मा का उठकर चले जाने का मामला अब गरमाता जा रहा है। जहां विपक्ष ने सरकार पर भरे मंच पर आलोक शर्मा का अपमान करने का आरोप लगाया और माफी मांगने की बात कही है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी, तो उस समय भी बहुत सारे कांग्रेस के विधायक जब मंच पर आते थे, तो उन्हें भी बोलने नहीं दिया जाता था, हालांकि अभी जो हुआ है, वो बिलकुल साधारण सी बात थी और कार्यक्रम सरकारी था, बीजेपी को इसे बढ़ाना नहीं चाहिए।
ये है पूरा मामला
दरअसल, शुकवार को राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान में मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना का शुभारंभ किया गया था। जिसमें सीएम कमलनाथ सहित कई जनप्रतिनिधि पहुंचे थे। समारोह के दौरान भोपाल के महापौर आलोक शर्मा बीच कार्यक्रम में मंच से उतरकर चले गए। वे नाराज थे कि समारोह में उन्हें बोलने नहीं दिया गया। कार्यक्रम में महापौर आलोक शर्मा को आभार भाषण देना था। लेकिन उनकी जगह कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने आभार भाषण दिया। जिसके बाद महापौर आलोक शर्मा ने कांग्रेस द्वारा उनका अपमान किए जाने की बात करते हुये वे मंच छोड़कर चले गये थे। वहीं कार्यक्रम के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस ने महापौर का अपमान किया है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
जयवर्धन सिंह ने दी अपनी प्रतिक्रिया
अब इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि 'इस तरह बीच कार्यक्रम से उठकर चले जाने से उनका व्यवहार समझ नहीं आया। जबकि कार्यक्रम में महापौर से इस बारे में पूछा भी गया था कि क्या विधायक जी से आभार करा दें, क्योंकि वे अभी बस एक महीने पहले ही चुनाव जीतकर आए हैं। इस पर महापौर ने पहले तो हामी भर दी, लेकिन बाद में पता नहीं किस बात से नाराज होकर वे मंच से चले गए। जयवर्धन ने कहा कि जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी तो उस समय भी बहुत सारे कांग्रेस के विधायक जब मंच पर आते थे, तो उन्हें भी बोलने नहीं दिया जाता था।'