Edited By meena, Updated: 14 Jan, 2021 05:07 PM
आपने बच्चों के फेवरेट कार्टून द जंगल बुक में मोगली के दोस्त बगीरा को तो देखा ही होगा। लेकिन इन दिनों एमपी के सिवनी जिला के पेंच टाइगर रिजर्व में आजकल सचमुच में एक काला तेंदुआ देखा गया जो पर्यटकों के बीच चर्चा और आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। टाइगर...
सिवनी: आपने बच्चों के फेवरेट कार्टून द जंगल बुक में मोगली के दोस्त बगीरा को तो देखा ही होगा। लेकिन इन दिनों एमपी के सिवनी जिला के पेंच टाइगर रिजर्व में आजकल सचमुच में एक काला तेंदुआ देखा गया जो पर्यटकों के बीच चर्चा और आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। टाइगर रिजर्व प्रशासन ने भी अब इसकी पुष्टि की है। यह कोई पहला मौका नहीं है कि पर्यटकों को यह दुर्लभ प्राणी देखने को मिला हो इससे पहले नवंबर में भी काला तेंदुआ देखने को मिला था।
मोगली और बघीरा के बीच गहरी दोस्ती के किस्से पूरे विश्व मे मशहूर हैं। पेंच टाइगर रिजर्व के खवासा बफर तेलिया क्षेत्र में काला तेंदुआ पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पर्यटक इस काले तेंदुए को रुडयार्ड किपलिंग के किरदार 'बघीरा' के नाम से ही बुला रहे हैं। 'द जंगल बुक' के प्रमुख किरदार भेड़िया बालक मोगली की जन्म भूमि पेंच नेशनल पार्क को माना जाता है। पर्यटकों का मानना है कि पेंच टाइगर रिजर्व में काले तेंदुए को देखकर आपको रुडयार्ड किपलिंग की किताब 'द जंगल बुक' (The Jungle Book) के किरदार मोगली और 'बघीरा' की कहानी याद आ सकती है।
बताया जा रहा है कि यह नन्हा तेंदुआ चंद सैकंड में पर्यटको की नजरों से ओझल हो जाता हैं। इस काले तेंदुए को देखने बड़ी संख्या में सैलानी पेंच टाइगर रिजर्व के खवासा रेंज पहुंच रहे हैं। काले तेंदुए की उम्र लगभग पांच से छह माह बताई जा रही है।