Edited By suman, Updated: 22 Aug, 2018 04:52 PM
महाकाल मंदिर के आसपास के अतिक्रमण हटाने के लिए बुधवार से कार्रवाई शुरू हुई। सुबह ईद की नमाज के बाद पुलिस फोर्स मिलते ही नगर निगम अमला गुमटियों को हटाने में जुट गया। इसके पहले 15 दुकानदारों ने खुद ही अपनी दुकानें हटा लीं। पहले चरण में टारगेट पर 40...
उज्जैन : महाकाल मंदिर के आसपास के अतिक्रमण हटाने के लिए बुधवार से कार्रवाई शुरू हुई। सुबह ईद की नमाज के बाद पुलिस फोर्स मिलते ही नगर निगम अमला गुमटियों को हटाने में जुट गया। इसके पहले 15 दुकानदारों ने खुद ही अपनी दुकानें हटा लीं। पहले चरण में टारगेट पर 40 गुमटियां हैं। इनमें से घाटी पर लगी अधिकांश गुमटियां खाली हो गई हैं। शनिवार को दर्शनार्थी विष्णु पांचाल की हत्या घाटी पर स्थित दुकान के संचालक अमित त्रिवेदी द्वारा कर दिए जाने से महाकाल मंदिर के आसपास अतिक्रमण और गुंडागर्दी का मुद्दा फिर गरमा गया है।
मंदिर के आसपास अवैध गुमटियां लगाकर कारोबार किया जा रहा है। इन्हीं के बीच दर्शन के नाम पर दलाली करने वाले गुंडातत्व भी पनप गए हैं। ये श्रद्धालुओं को भस्मआरती और महाकाल के दर्शन कराने के नाम पर मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। रुपए नहीं देने पर विवाद करते हैं। इनके बीच आपसी स्पर्धा के चलते भी आए दिन मारपीट जैसी घटनाएं होती हैं। इन पर नियंत्रण नहीं होने से दलाल और गुंडे बेखौफ हो गए हैं। 6 अगस्त को दो श्रद्धालुओं को चाकू मार कर घायल करने की वारदात के बाद भी पुलिस और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, नतीजतन शनिवार को एक श्रद्धालु को जान से हाथ धोना पड़ा। इस वारदात के बाद कलेक्टर मनीषसिंह, एसपी सचिन अतुलकर, निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने सोमवार रात महाकाल से हरसिद्धि की ओर जाने वाले मार्ग की घाटी से लेकर धर्मशाला तक गुमटियों को हटा देने की मुनादी कराई थी। उन्होंने स्वयं जाकर हिदायत दी थी कि यदि मंगलवार को गुमटियां नहीं हटाई तो बुधवार को निगम कार्रवाई करेगा।