Edited By Vikas kumar, Updated: 21 Sep, 2018 05:22 PM
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सामान्य वर्ग की नाराजगी और करणी सेना के विरोध प्रदर्शन के बाद बीजेपी लगातार अपनी नीतियों में संसोधन कर रही है। जिसके लिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी मैदान में आ चुका है आरएसएस का मुख्य उद्देश्य...
भोपालः मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सामान्य वर्ग की नाराजगी और करणी सेना के विरोध प्रदर्शन के बाद बीजेपी लगातार अपनी नीतियों में संसोधन कर रही है। जिसके लिये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी मैदान में आ चुका है आरएसएस का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति वाले क्षेत्रों में माहौल बनाना है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार इन दिनों आदिवासी और अनुसूचित जाति की पार्टी से बढ़ती दूरी भाजपा और संघ की सबसे बड़ी समस्या है। संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल और डॉ. अनिल जैन ने भी तीन दिन पहले बीजेपी नेताओं की बैठक में कहा कि जिस तरह सामान्य वर्ग के लोगों को बरगलाया जा रहा है, उससे निपटने के लिए जरूरी है कि अनुसूचित जाति व जनजाति के वोट बैंक को भी साथ रखा जाए।