Edited By meena, Updated: 26 Nov, 2019 05:40 PM
विधानसभा में क्रॉस वोटिंग करने वाले भाजपा विधायक शरद कोल की जीतू पटवारी से मीटिंग ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। इससे पहले नारायण त्रिपाठी भी जीतू पटवारी से मुलाकात कर चुके हैं। हालांकि दोनों ही विधायकों ने इस मुलाकात को साधारण बताते हुए उनके...
भोपाल: विधानसभा में क्रॉस वोटिंग करने वाले भाजपा विधायक शरद कोल की जीतू पटवारी से मीटिंग ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। इससे पहले नारायण त्रिपाठी भी जीतू पटवारी से मुलाकात कर चुके हैं। हालांकि दोनों ही विधायकों ने इस मुलाकात को साधारण बताते हुए उनके क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर चर्चा से जोड़कर बताया।
घर से बाहर विधायक की मीडिया से चर्चा में खुद को भाजपा का विधायक जरुर बताया लेकिन साथ ही पार्टी को समर्थन देने के नाम पर कहा- ये समय बताएगा। उनके बयान के दो अलग अलग राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं।
भाजपा विधायक शरद कोल मंगलवार को मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई। वापसी में विधायक मीडिया के रुबरु हुए तो उन्होंने अपनी इस मुलाकात का कारण बताते हुए कहा कि, मैं अपने क्षेत्र के काम की वजह से जीतू पटवारी से मुलकात करने आया था। उन्होंने आगे कहा कि मैं अभी भी भाजपा का ही सदस्य हूं। फ्लोर टेस्ट को लेकर उन्होंने कहा कि यह समय बताएगा किसे दूंगा वोट।
जीतू पटवारी ने कहा- जेनुअल मीटिंग
वहीं खेल मंत्री जीतू पटवारी ने शरद कौल से मीटिंग पर कहा कि मुझसे दिन में तीन चार विधायक हर रोज अपने क्षेत्र के विकास कार्य के लिए मिलते हैं। चुनाव के समय ही सदस्य पार्टी का होता है चुने जाने के बाद वो क्षेत्र की पूरी जनता का विधायक होता है। वहीं फ्लोर टेस्ट पर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में कमलनाथ सरकार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने के लिए फ्लोर टेस्ट की जरुरत पड़ी तो कांग्रेस के साथ एक नहीं कई विधायक आएंगे। भाजपा से दुखी विधायक सकारात्मक पार्टी से संपर्क करेंगे।