Edited By meena, Updated: 26 May, 2021 04:14 PM
इंदौर में कोरोना महामारी के दौर में मरीजों की सेवा करने वाले विभिन्न विभागों के अस्थायी नर्सिग स्टाफ का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर नर्सिग स्टॉफ ने सड़कों पर भीख मांगकर अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि...
इंदौर(सचिन बहरानी): इंदौर में कोरोना महामारी के दौर में मरीजों की सेवा करने वाले विभिन्न विभागों के अस्थायी नर्सिग स्टाफ का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर नर्सिग स्टॉफ ने सड़कों पर भीख मांगकर अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि कुछ माह पहले कोरोना महामारी के दौरान मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा आयुष चिकित्सा, दंत चिकित्सा, पैरामेडिकल, फार्मासिस्ट सहित अन्य कई नर्सिंग स्टॉफ की नियुक्ति हॉस्पिटल टीकाकरण व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं में नर्सिग स्टाफ का उपयोग किया गया था। प्रदेश में करीबन 7 से 8 हजार अस्थायी नर्सें सेवा दे रही है लेकिन यकायक नर्सिंग स्टॉफ को अपनी नौकरी व रोजी-रोटी पर ग्रहण दिखाई देने लगा और उनके द्वारा 2 सूत्रीय मांगों को लेकर 2 दिनों से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
दूसरे दिन नर्सिंग स्टाफ द्वारा इंदौर शहर के विभिन्न चौराहों पर दानपात्र लेकर भीख मांगने का एक अनूठा प्रदर्शन किया। नर्सिंग संगठन का कहना है कि सरकार उन्हें संविदा के तहत भर्ती करें। समान वेतन सहित अन्य सभी सुविधाएं भी दी जाए जैसी स्थायी नर्सिंग स्टाफ को दी जाती है ताकि उनकी आजीविका निरंतर चलती रहे। इन्हीं सभी मांगों को लेकर दूसरे दिन भी उनके द्वारा काम बंद कर प्रदर्शन किया जा रहा है।