Edited By Himansh sharma, Updated: 03 Mar, 2024 01:48 PM
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है..
रायपुर। (सत्येंद्र शर्मा): बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है.. जिस में पार्टी ने तीन महिला उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है। कोरबा संसदीय सीट से सरोज पांडे महासमुंद लोकसभा सीट से रूप कुमारी चौधरी और जांजगीर चांपा से कमलेश जांगड़े को मैदान में उतार दिया गया है। वहीं भाजपा की इस सूची में तीन पूर्व सरपंचों को भी लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया है। इसमें जांजगीर चांपा लोकसभा सीट से कमलेश जांगड़े, बस्तर से महेश कश्यप और बिलासपुर से तोखन साहू सरपंच रह चुके है। भाजपा की सूची में नए नेताओं को भी मौका दिया गया है। जिसमें रायगढ़ से राधेश्याम राठिया प्रमुख है. राठिया जिला पंचायत सदस्य हैं
बृजमोहन अग्रवाल सबसे वरिष्ठ प्रत्याशी
रायपुर लोकसभा सीट से स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को मैदान में उतारा गया है। वह भाजपा कोर ग्रुप के सदस्य हैं. इसके साथ ही 1990 में मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ में रमन सरकार में वह 15 साल मंत्री थे। इसके बाद विष्णु देव सरकार में भी बृजमोहन को मंत्री पद दिया गया है। कोरबा लोकसभा सीट से भाजपा ने सरोज पांडे को उम्मीदवार बनाया है। सरोज का स्थानीय नेताओं ने विरोध किया था. इस विरोध को दरकिनार करते हुए केंद्रीय संगठन ने सरोज पर भरोसा जताया है।सरोज के कोरबा से चुनाव लड़ने की चर्चा करीब 6 महीने पहले ही शुरू हो गई थी. सरोज ने राज्यसभा सदस्य रहते हुए अपनी सांसद निधि का सबसे ज्यादा खर्च कोरबा जिले में ही किया है।
तीन सामान्य, तीन ओबीसी को टिकट।
भाजपा ने टिकट में जाति का समीकरण को साधने की कोशिश की है. सामान्य वर्ग से तीन उम्मीदवार और ओबीसी वर्ग से तीन उम्मीदवार उतारे गए हैं। वहीं एसटी के लिए चार और एससी के लिए एक सीट आरक्षित है। जाति का समीकरण को देखें तो ओबीसी वर्ग से एक तेली और दो कर्मी को चुनाव मैदान में उतारा गया है. वहीं सामान्य वर्ग से दो ब्राह्मण और एक अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया गया है.
सभी सीटों पर जीत, फिर भी कटी सुनील सोनी की टिकट
विधानसभा चुनाव में रायपुर जिले की सभी सात सीट पर भाजपा को जीत मिली थी। इसके बावजूद रायपुर सांसद सुनील सोनी अपनी टिकट बचाने में कामयाब नहीं हो पाए. कांकेर सांसद मोहन मांडवी के कमजोर परफॉर्मेंस और विधानसभा चुनाव में कांकेर क्षेत्र में भाजपा को मिली हार के कारण उनका टिकट काटा गया. महासमुंद और जांजगीर-चांपा में भी कमजोर परफॉर्मेंस ही टिकट काटने का आधार बना.. विधानसभा चुनाव में जांजगीर चांपा संसदीय क्षेत्र की सभी विधानसभा क्षेत्र सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीते हैं..