Edited By meena, Updated: 13 Oct, 2023 05:08 PM
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच एक बात हर तरफ सुर्खियों में थी कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा बतौर प्रत्याशी उतार सकती है
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच एक बात हर तरफ सुर्खियों में थी कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा बतौर प्रत्याशी उतार सकती है। इन सुर्खियों को और हवा मिली जब भाजपा ने दूसरी लिस्ट जारी की जिसमें कई सांसद और कद्दावर नेताओं के नाम शामिल थी। तभी से कयास लगाए जाने लगे कि अगली सूची में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम शामिल हो सकता है। लेकिन इन सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए सिंधिया के चुनाव लड़ने पर नई अपडेट सामने आई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यालय की ओर से कहा गया- कुछ मीडिया संस्थान के द्वारा खबर प्रसारित की गई है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने भोपाल की कैबिनेट मीटिंग में स्वयं विधानसभा चुनाव लड़ने से मना किया है। यह खबर पूर्णतः आधारहीन व फर्जी है। इसके बाद उनके चुनाव लड़ने की संभावना बढ़ गई है।
इन कारणों से चुनाव लड़ने की अटकलें हुई तेज
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग है। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी सूची में कई दिग्गजों को मैदान में उतारा है, जिनमें तीन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल थे। इसके साथ ही इन सब में मुख्यमंत्री पद के लिए दौड़ शुरू हो गई है। कयास लगाए जाने लगे कि सिंधिया भी इस रेस में शामिल हो सकते हैं।
विधानसभा चुनाव में सिंधिया की उम्मीदवारी की संभावना तब और बढ़ गई, जब उनकी बुआ और राज्यमंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने घोषणा की कि वह 17 नवंबर का चुनाव नहीं लड़ेंगी। उनके ऐलान के साथ ही यह चर्चा तेज हो गई कि उन्होंने शिवपुरी विधानसभा सीट अपने भतीजे (सिंधिया) के लिए खाली कर दी है। खास बात यह है कि भाजपा ने अभी शिवपुरी से कोई उम्मीदवार भी घोषित नहीं किया है।
सिंधिया को चुनाव में उतारने की एक बड़ी वजह यह भी हो सकती है कि जब से वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए है तब से ही उनके समर्थक उन्हें मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश करना चाहते थे।