Edited By shahil sharma, Updated: 09 Mar, 2021 06:50 PM
कृषि महाविद्यालय के पीजी छात्रों ने पिछले दिनों वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और सहायक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पद के लिए हुई लिखित परीक्षा में कुछ लोगों पर पेपर लीक करने के सनसनीखेज आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के बंगले के बाहर धरना...
ग्वालियर (अंकुर जैन): कृषि महाविद्यालय के पीजी छात्रों ने पिछले दिनों वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और सहायक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पद के लिए हुई लिखित परीक्षा में कुछ लोगों पर पेपर लीक करने के सनसनीखेज आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के बंगले के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान छात्रों ने अपने खून से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और सीजेआई एसए बोबडे को पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हुए व्यापम घोटाले-टू के बारे में या तो जल्द और विश्वसनीय जांच करवाई जाए अथवा छात्रों को इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर के रेसकोर्स स्थित बंगले पर ये छात्र दोपहर 12:30 बजे पहुंचे थे। वहां उन्होंने धरना प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और व्यापम के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की।
छात्रों का कहना है कि ग्वालियर भिंड मुरैना के कई छात्र जो पूर्व में फिसड्डी रहे हैं। वह इन परीक्षाओं में टॉपर कैसे आ गए यानी बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है। छात्रों का कहना है कि वह 18 दिन से लगातार अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला ना तो कोई जनप्रतिनिधि है और ना ही कोई अफसर।
इससे पहले कृषि महाविद्यालय के छात्र अर्धनग्न होकर प्रदर्शन कर चुके हैं। वह कॉलेज के गेट पर कई दिनों तक धरने पर बैठे रहे। अब उन्होंने अपने खून से राष्ट्रपति और मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा और कहा है कि उन्हें न्याय दो अथवा इच्छा मृत्यु की अनुमति दो।