Edited By meena, Updated: 04 Sep, 2025 08:05 PM

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि स्वच्छता से समृद्धि आती है...
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि स्वच्छता से समृद्धि आती है। स्वच्छता हमारी परंपरा, दिनचर्या और संस्कारों में सदियों से शामिल रही है, किंतु समय के साथ हम इसे भूलते गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन आदतों और संस्कारों को पुनर्जीवित कर स्वच्छता को जन आंदोलन का रूप दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरूवार को इंदौर में “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के अंतर्गत आयोजित स्वच्छता कर्मवीरों के सम्मान और सहभोज कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने लगातार आठ बार प्रथम स्थान प्राप्त कर देश में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके लिए इंदौर के सभी 36 लाख नागरिक और विशेष रूप से स्वच्छता कर्मवीर बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में विश्वस्तरीय पहचान बनाई है। यह उपलब्धि टीम भावना, नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और सफाईकर्मियों की अथक मेहनत से संभव हुई है।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वच्छता कर्मवीरों का सम्मान कर उनके साथ भोजन किया। उन्होंने इंदौर को स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार आठ बार अव्वल बनाने के लिए स्वच्छता कर्मवीरों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कर्मवीरों ने अपनी कर्मठता, लगन, मेहनत, सेवा और समर्पण भाव से कार्य कर इंदौर को नई ऊंचाईयों तक पहुँचाया है। साथ ही स्वच्छता कर्मवीर सही अर्थों में सम्मान के हकदार है। उन्होंने "स्वच्छता का महागुरु" लोगो का विमोचन भी किया। स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पार्षदों को भी पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देश के पहले जीरो वेस्ट जू (प्राणी संग्रहालय) का शुभारंभ भी किया।
इलेक्ट्रिक एसी बस में किया सफर
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर की लोक परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए 60 करोड़ रुपये की लागत की 50 नई इलेक्ट्रिक बसों का लोकार्पण किया। इंदौर को कुल 150 नई इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी, इनमें से उक्त 50 बसों का लोकार्पण किया गया है। इन बसों में डिजिटल पेमेंट व्यवस्था भी रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डिजिटल पेमेंट व्यवस्था का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बस में सवार भी हुए और यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, जीपीएस, सीसीटीवी, पेनिक बटन एवं अन्य सुविधाओं को देखा। उन्होंने कहा कि इंदौर में सड़क, वायु मार्ग और रेल मार्ग का तेजी से विस्तार हो रहा है। इससे इंदौर से देश में चारों ओर कनेक्टिविटी बढ़ रही है।

रणजीत हनुमान मंदिर के पुनर्विकास कार्यों का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर के प्रसिद्ध श्री रणजीत हनुमान मंदिर के पुनर्विकास कार्यों का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच वर्चुअली भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि रणजीत हनुमान मंदिर प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर से हमें हर क्षेत्र में रण जीतने की प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर मंदिर के विकास के संबंध में तैयार प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया। इस मंदिर के पुनर्विकास पर 7 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। भक्तों के लिए अनेक सुविधाएं जुटाई जाएंगी। इस राशि से भव्य द्वार शेड एवं बाउंड्रीवॉल पाथ-वे और उद्यान विकसित करने के कार्य किए जाएंगे। मंदिर के वर्तमान स्वरूप को बरकरार रखा जाएगा। यह कार्य मंदिर क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने विश्व मानचित्र पर अपना नया स्थान बनाया है। इंदौर स्वच्छता में लगातार आठ बार से अव्वल है। इंदौर में लोक परिवहन को नई दिशा मिली है, अब यह डिजिटल इंदौर की ओर बढ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में तेजी से पूरा किया जा रहा है।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर की विकास यात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंदौर का विकास आगामी वर्ष-2050 को दृष्टिगत रखते हुए तेजी से किया जा रहा है। इंदौर का चहुंमुखी विकास हो रहा है। यहां स्वच्छता के क्षेत्र में अनेक नवाचार किए जा रहे हैं। इंदौर नगर निगम डिजिटल क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में किए जा रहे हैं नवाचारों की जानकारी भी दी।
कार्यक्रम में विधायकगण नगर निगम के सभापति, महापौर परिषद सदस्य, पार्षदगण तथा बड़ी संख्या में सफाई मित्र और उनसे जुड़े संगठनों के प्रतिनिधि तथा अन्य नागरिकगण उपस्थित थे।