Edited By Vikas Tiwari, Updated: 23 Aug, 2025 03:53 PM

मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के लिए आज का दिन एतिहासिक रहा। आज जबलपुर में प्रदेश का सबसे लंबे फ्लाईओवर का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर सीएम मोहन यादव के साथ केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
जबलपुर: मध्यप्रदेश को शनिवार को एक और बड़ी सौगात मिली। जबलपुर में प्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर का लोकार्पण केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। सात किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर को वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम समर्पित किया गया है। इस अवसर पर जबलपुर को विकास की नई राह देने वाली 174 किलोमीटर लंबी 9 सड़क परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया गया, जिनकी कुल लागत 4250 करोड़ से अधिक है।

लोकार्पण कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस फ्लाईओवर के इतिहास से जुड़े दिलचस्प किस्से साझा किए। उन्होंने कहा ‘जब यह परियोजना प्रस्तावित थी, तब मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और कमलनाथ मुख्यमंत्री थे। मैंने कमलनाथ जी से आग्रह किया कि आप इस प्रोजेक्ट को सीआरएफ से भेज दीजिए। बदले में मैं आपको राष्ट्रीय राजमार्ग से इसकी दोगुनी राशि उपलब्ध कराऊंगा। उन्होंने प्रपोजल भेज दिया और आज जनता को इतना शानदार फ्लाईओवर मिल पाया है’
इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना
मदनमहल रेलवे स्टेशन के ऊपर बना यह फ्लाईओवर आधुनिक इंजीनियरिंग का शानदार उदाहरण है। छह साल की मेहनत के बाद तैयार हुआ यह प्रोजेक्ट न सिर्फ़ ट्रैफिक की समस्या को हल करेगा, बल्कि जबलपुर को महानगरीय पहचान भी दिलाएगा। ब्रिज बनने के शुरुआत में लागत 800 करोड़ थी, जो बढ़कर 1052 करोड़ तक पहुंच गई।
हरियाली और सुविधाओं से सजा फ्लाईओवर
यह फ्लाईओवर सिर्फ़ लोहे और कंक्रीट का ढांचा नहीं है, बल्कि जीवनशैली को नया आयाम देने वाला स्थल भी है। इसके नीचे 50 हज़ार पौधे लगाए गए हैं। साथ ही बास्केटबॉल कोर्ट, ओपन जिम और बच्चों के पार्क भी बनाए गए हैं, ताकि शहरवासियों को आधुनिक सुविधाएं मिल सकें। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए 10 जगहों पर दिशा सूचक बोर्ड लगाए गए हैं।
7 किलोमीटर लंबा, 12 मीटर ऊंचा है ब्रिज
इसकी कुल लंबाई 7 किलोमीटर है, जो इसे प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाईओवर बनाती है। इसकी औसत ऊंचाई 12 मीटर रखी गई है, ताकि शहर के मुख्य इलाकों से सुगम आवागमन हो सके। फ्लाईओवर पर आने-जाने के लिए कुल 8 रैंप बनाए गए हैं। ये रैंप अलग-अलग इलाकों को जोड़ते हैं, जिससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
स्पेशल स्ट्रक्चर
इसमें 385 मीटर लंबा एक्स्ट्रा डोज केबल स्टे ब्रिज शामिल है, जो इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है।
फ्लाईओवर पर 03 बो-स्ट्रिंग ब्रिज भी बनाए गए हैं, जो मजबूती और आधुनिक डिजाइन का उदाहरण हैं।
अतिरिक्त पुल
ट्रैफिक सुगम बनाने के लिए इसके साथ 2 पुल रानीताल में और 1 पुल बलदेव बाग में बनाया गया है। इन पुलों की लंबाई 70-70 मीटर है।
जबलपुर को मिलेगी नई पहचान
यह फ्लाईओवर सिर्फ़ एक ट्रैफिक प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि जबलपुर का नया लैंडमार्क बनने जा रहा है। इसके बन जाने से शहर का विकास एक नए युग में प्रवेश करेगा।