Edited By Vikas Tiwari, Updated: 02 Sep, 2025 06:19 PM

मध्यप्रदेश के अमीर विधायकों में गिने जाने वाले भाजपा विधायक संजय पाठक एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला एमपी हाईकोर्ट से जुड़ा है, जहां एक जज ने आदेश में लिखा है कि विधायक पाठक ने उनसे एक केस को लेकर संपर्क करने की कोशिश की। इसके बाद जज ने...
जबलपुर: मध्यप्रदेश के अमीर विधायकों में गिने जाने वाले भाजपा विधायक संजय पाठक एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार मामला एमपी हाईकोर्ट से जुड़ा है, जहां एक जज ने आदेश में लिखा है कि विधायक पाठक ने उनसे एक केस को लेकर संपर्क करने की कोशिश की। इसके बाद जज ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया। हालांकि विधायक संजय पाठक की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

विधायक ने जज से संपर्क करने की कोशिश
जस्टिस मिश्रा ने आदेश में उल्लेख किया कि विधायक पाठक ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश की। इस पर उन्होंने स्वयं को मामले की सुनवाई से अलग कर लिया और कहा कि यह केस अब हाईकोर्ट के माननीय चीफ जस्टिस के पास भेजा जाए, ताकि इसे किसी अन्य उपयुक्त बेंच के समक्ष लिस्ट किया जा सके।
यह है पूरा मामला
यह पूरा विवाद अवैध खनन के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दायर रिट याचिका से जुड़ा है। याचिकाकर्ता आशुतोष दीक्षित ने आर्थिक अपराध शाखा (EOW), भोपाल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने समयसीमा में जांच पूरी नहीं की। इस मामले में विधायक संजय पाठक ने भी हस्तक्षेप की मांग करते हुए हाईकोर्ट में आवेदन दायर किया था, जबकि वह याचिका में पार्टी नहीं थे।

कोर्ट की कार्रवाई
रिट याचिका में याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एसआर ताम्रकार और अधिवक्ता अंकित चोपड़ा पेश हुए। वहीं, आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की ओर से अधिवक्ता मधुर शुक्ला ने पक्ष रखा। विधायक संजय पाठक की ओर से अधिवक्ता अंशुमान सिंह ने पैरवी की।