Edited By Himansh sharma, Updated: 16 Aug, 2025 04:36 PM
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विरासत से विकास हमारा मूल मंत्र है। हम अपने तंत्र को भी इसी मंशा के अनुरूप तैयार कर रहे हैं।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि विरासत से विकास हमारा मूल मंत्र है। हम अपने तंत्र को भी इसी मंशा के अनुरूप तैयार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी समृद्धशाली संस्कृति और विरासतों को बेहतर तरीके से सहेजकर उन्हें संवारने के हमारे प्रयास हमेशा जारी रहेंगे। महलपुर पाठा के अतिप्राचीन श्रीराधा कृष्ण मंदिर का सभी संभव तरीके से जीर्णोद्धार और परिसर का विकास कर इसे भव्यतम स्वरुप प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर रायसेन जिले के गैरतगंज के महलपुर पाठा स्थित मंदिर परिसर में आयोजित श्री कृष्ण पर्व कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार तेजी से विकास कार्यों के लक्ष्य हासिल करते हुए आगे बढ़ रही है। जल्द ही प्रदेश के दो बड़े शहर इंदौर और भोपाल मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित होंगे। राजधानी भोपाल से सटा जिला रायसेन, सांची और विदिशा भी मेट्रोपोलिटन सिटी का हिस्सा बनेगा। यही नहीं राजगढ़ और नर्मदापुरम भी मेट्रोपोलिटन क्षेत्र में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मेट्रोपोलिटन सिटी विकसित होने पर रायसेन क्षेत्र के युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि रायसेन जिले के विकास के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सांची विधानसभा क्षेत्र को 136 करोड़ रुपए के कई विकास कार्यों की सौगात भी दी। उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर लोक निर्माण विभाग के 15 कार्य सहित जनजातीय ग्रामों तक सड़क निर्माण और अनेक विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं में हितलाभ वितरण किए। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में पौद्यरोपण भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। गौमाता का पूजन कर पशुआहार खिलाया।

जीर्णोद्धार से महलपुर पाठा के मंदिर को मिलेगा भव्य स्वरूप
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उन्होंने 20 साल पहले महलपुर पाठा गांव में एक रात गुजारी थी। रायसेन शहर का अतीत बेहद गौरवशाली रहा है, जिले को प्राकृतिक सौंदर्य का वरदान मिला हुआ है। महलपुर पाठा स्थित भगवान श्रीकृष्ण के इस मंदिर में राधा और रुकमणि एक साथ विराजमान हैं। जो राय सबकी मानी जाए उसे ही रायसेन कहते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संतों से ही हमारी संस्कृति फल-फूल रही है। राज्य सरकार ने विरासत को सहेजने के लिए अनेक विकास कार्य शुरू किए हैं। महलपुर पाठा के मंदिर का जीर्णोद्धार कर इसे भव्यतम रूप प्रदान किया जाएगा और आगामी वर्षों में यहां विशाल मेले का आयोजन भी होगा।
पवित्र गीता से श्रीकृष्ण ने दिया धर्म, कर्म और विज्ञान का ज्ञान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान गोपाल कृष्ण के जीवन में अनेक कठिनाईयां थीं, उन्होंने अपनी लीलाओं से जगत का उद्धार किया। गोपाल कृष्ण ने गौमाता की सेवा के साथ गांवों के विकास का संदेश दिया। हमारा मयूर (मोर) राष्ट्रीय पक्षी अत्यंत पवित्र है। वह वर्षाकाल में नृत्य कर हमारी खुशी में अपनी खुशी देखता है। भगवान श्रीकृष्ण ने मोर मुकुट अपने सिर पर धारण कर ग्रामीण संस्कृति को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया है। उम्र छोटी थी, लेकिन भगवान ने दुराचारी कंस का अंत कर लोकतंत्र की स्थापना का बड़ा काम किया। वे विद्या ग्रहण करने के लिए उज्जैन के सांदीपनि आश्रम आए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि योगेश्वर श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध के बीच पवित्र गीता के माध्यम से दुनिया को धर्म, कर्म और विज्ञान का ज्ञान दिया। वे ज्ञान में ज्ञानी और दान में दानी थे। मित्र सुदामा के पांव धोकर कठिन समय में मित्र के सम्मान और सहायता का संदेश दिया।
सांची विधानसभा को मिली अनेक विकास कार्यों की सौगात
इस अवसर पर विधायक सांची डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर गैरतगंज पधारे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का अभिनंदन है। सांची विधानसभा के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण किया जा रहा है। इनमें गैरतगंज का 50 बेड अस्पताल और देवनगर में 30 बेड अस्पताल और जिला अस्पताल का उन्नयन भी शामिल है। 10 स्वास्थ्य केंद्रों की सौगात भी आज क्षेत्रवासियों को मिल रही है। जनजातीय बहुल गांवों को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए 10 सड़कों का भूमि-पूजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम में जिले के प्रभारी एवं राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नारायण सिंह पंवार, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र शिवाजी पटेल, विधायक सुरेंद्र पटवा, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह राजपूत, जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंत मीणा, जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा, संत अमृतदास जी महाराज, यादव समाज के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में महलपुर पाठा स्थित राधाकृष्ण मंदिर समिति के सदस्य व स्थानीय ग्रामीणजन उपस्थित थे।
महलपुर पाठा के अतिप्राचीन राधाकृष्ण मंदिर का इतिहास
रायसेन जिले के देवनगर के समीप महलपुर पाठा गांव में अतिप्राचीन राधाकृष्ण मंदिर स्थित है। मंदिर में राधा-कृष्ण और देवी रुक्मणि की मूर्ति एक ही श्वेत पत्थर पर बनी हुई है। मंदिर में स्थापित एक शिलालेख से इसके संवत् 1354 अर्थात वर्ष 1297 ईस्वी में निर्मित होने की जानकारी मिलती है। मंदिर में विष्णु यज्ञ भी होता है। मंदिर के पास स्थित किले में 51 बावड़ियां हैं। पास के जंगल से जैन परंपरा के भगवान आदिनाथ की मूर्ति भी मिली थी, जो अब देवनगर में स्थापित है। मंदिर के पास ही शिवलिंग, नंदी, गणेश और नागदेवता सहित नटराज की भी मूर्तियां हैं।