Edited By suman, Updated: 12 Nov, 2018 01:32 PM
चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के प्रति जनता की नाराजगी मिटने का नाम नही ले रही है, हर तरफ से बहिष्कार की खबरें आ रही है। कोई पोस्टर लगाकर विरोध कर रहा है तो कोई सड़क पर उतरकर। ताजा मामला नरसिंहपुर से सामने आया है। यहां गोटेगांव विधानसभा के कई गांवो...
नरसिंहपुर: चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के प्रति जनता की नाराजगी मिटने का नाम नही ले रही है, हर तरफ से बहिष्कार की खबरें आ रही है। कोई पोस्टर लगाकर विरोध कर रहा है तो कोई सड़क पर उतरकर। ताजा मामला नरसिंहपुर से सामने आया है। यहां गोटेगांव विधानसभा के कई गांवो में 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के बोर्ड लगाकर ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के गांवो में प्रवेश पर रोक लगा दी है। ऐसे में मुख्यमंत्री का वो दावा भी खोखला नजर आ रहा है, जिसमें वे मध्यप्रदेश की सड़कों को अमेरिका की सड़कों से अच्छी बताते है।
मध्यप्रदेश में आगामी 28 नवम्बर को विधानसभा चुनाव होना है, लेकिन मतदाता अपने जन प्रतिनिधियों से नाराज़ दिखाई दे रहे हैं। जहा देखो वहा रोड़ नही तो वोट नही के नारे लगाये जा रहे है । ग्रामीणों का आरोप है की चुनाव से पहले यहां राजनैतिक दल आते है और हर बार बड़े बड़े वादे करके चले जाते है। आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी आज तक कोई राजनैतिक दल यहां पक्की सड़क नही बनवा पाए। शासन प्रशासन से लेकर तमाम जनप्रतिनिधियों तक अपनी पीड़ा व्यक्त कर चुके। लेकिन अनदेखी होती रही इसलिए बड़ा कुण्ड़ा, नेगुआ, टपरिया धवई, बेलखेड़ी पोनिया डुंगरिया गांव के लोगो ने सम्पूर्ण वोटबंदी का ऐलान किया है।