Edited By Vikas kumar, Updated: 25 Dec, 2018 04:08 PM
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह शुरू हो चुका है। मंत्रिमंडल की सूची में नाम न होने के कारण केपी सिंह के समर्थक धरने पर बैठे हुए हैं और नारेबाजी करते हुए उन्हें मंत्री बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। 'केपी सिंह अज्ञातवास...
भोपाल: मध्यप्रदेश में कमलनाथ मंत्रिमंडल का मंगलवार को शपथ ग्रहण हुआ। कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें एक निर्दलीय, तीन महिलाएं, एक मुस्लिम विधायक को मंत्री बनाया गया है। 15 विधायक ऐसे हैं, जो इस बार पहली बार मंत्री बने हैं, जबकि पहली बार विधायक बने 55 नए चेहरों में से किसी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है। मालवा-निमाड़ से सबसे ज्यादा 8 और विंध्य से सबसे कम 2 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।
इन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
कमलनाथ मंत्रिमंडल में कुल 28 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, जिसमें विजय लक्ष्मी साधौ, सज्जन सिंह वर्मा, हुकुम सिंह कराड़ा, डॉ. प्रभुराम चौधरी, प्रियव्रत सिंह, सुखदेव पानसे, उमंग सिंघार, हर्ष यादव, जयवर्धन सिंह, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, गोविंद सिंह, बाला बच्चन, आरिफ अकील, बृजेंद्र सिंह राठौर, प्रदीप जायसवाल (निर्दलीय), लाखन सिंह यादव, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, ओमकार सिंह मरकाम, महेंद्र सिंह सिसोदिया, पीसी शर्मा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, सचिन सुभाष यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल व अरुण भनोत का नाम शामिल है।
बता दें कि, शाम पांच बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस में एनपी प्रजापती को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया है। कमलनाथ और दिग्विजय गुट के 21 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, तो वहीं सिंधिया गुट के केवल सात विधायक ही मंत्री बनाए गए।