Edited By meena, Updated: 17 Mar, 2020 05:08 PM
कोरोना को लेकर इस वक्त पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में दहशत का माहौल कायम है। इससे बचाव के लिए अलग अलग स्तर पर कई कवायदें भी की जा रही हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के राजनेता हैं, कि इसे गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है। जिन्हें कोरोना का डर तो है ही...
भोपाल: कोरोना को लेकर इस वक्त पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में दहशत का माहौल कायम है। इससे बचाव के लिए अलग अलग स्तर पर कई कवायदें भी की जा रही हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के राजनेता हैं, कि इसे गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है। जिन्हें कोरोना का डर तो है ही नहीं साथ ही अपने प्रदेश की जनता की भी कोई परवाह नहीं है। ऐसी ही एक तस्वीर मध्यप्रदेश की विधानसभा में देखने को मिली। जहां पर जब माननीय पहुंचे तो न तो वह कोरोना के खतरनाक वायरस के प्रति सजग नजर आए और न ही उसे लेकर उनकी कोई तैयारी देखने को मिली। अगर कुछेक विधायकों को छोड़ दियाजाए, तो ज्यादातर लोग बिना किसी सुरक्षा के एक दूसरे से हाथ मिला रहे थे तो कई गले मिल रहे थे।
राजभवन में भी नजर आई ऐसी ही तस्वीर इसके तत्काल बाद ही राजभवन में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जब विधानसभा से बस भरकर बीजेपी विधायक गवर्नर के सामने पहुंचे। तो कोरोना जैसी महामारी को लेकर उनकी उदासीनता साफ झलक रही थी। यहां पर भी विधायकों को फ्लोर टेस्ट की इतनी तेजी पड़ रही थी कि उन्होंने कोरोना से संक्रमण से बचने के लिए निर्धारित बचाव प्रक्रिया को अपनाना भी जरूरी नहीं समझा।
ऐसे में अंदाजा लगा जा सकता है, कि मध्यप्रदेश के ये माननीय विश्व की भंयकर बीमारी को लेकर कितने गंभीर है। जिन्हें इस वक्त सत्ता की दौड़ के आगे दुनिया पर मंडरा रहा सबसे बड़ा खतरा भी छोटा लग रहा है। हालांकि बात अगर इनके दावों और प्रतिबद्धता की करें तो उसमें ये कतई पीछे नजर नहीं आते और उल्टा लोगों को चेताते हुए इस समस्या से निपटने का दावाकर रहे हैं। हालांकि कहीं कहीं तो ये राजनेता सत्ता के इस संकट को ही कोरोना से बड़ी समस्या बताने से पीछे नहीं हट रहे।
कोरोना को लेकर सजगता फैलाने की बजाय राजनीति में व्यस्त राजनेता
बहरहाल जिस वक्त कोरोना जैसी भंयकर बीमारी को लेकर इन राजनेताओं को आम लोगों के बीच जाकर उनके बचाव के लिए काम करना था। उस वक्त यह अपनी सियासत साधने में जुटे हुए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह कि क्या मध्यप्रदेश के पॉलिटिशियन कोरोना प्रूफ हैं।