Edited By meena, Updated: 11 Jan, 2024 06:37 PM
![cg the structure of ram temple was made with iron from bhilai](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_1image_18_36_562483241p-ll.jpg)
करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर का निर्माण हो रहा है...
दुर्ग(प्रदीप): करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, जिसमें श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को की जाएगी। इस मंदिर से देश-दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ का भी विशेष योगदान है। आखिर क्या है वो योगदान देखे दुर्ग से आई इस खास खबर में...
एशिया का सबसे बड़ा स्टील प्लांट भिलाई स्टील प्लांट जो पूरे देश से इस्पात के लिए जाना जाता है,जिस इस्पात से देश की बड़ी से बड़ी इमारत है। बड़े से बड़े पुल और भी कई इंफ्रास्ट्रक्चर बने हैं, अब वही इस्पात अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। राम मंदिर के ढांचे के लिए तैयार किए जाने वाले स्ट्रक्चर में भिलाई इस्पात संयंत्र का लोहा लगा है। यह लोहा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल है, भगवान श्री राम की माता कौशल्या छत्तीसगढ़ की ही रहने वाली थी। छत्तीसगढ़ अपने भांजे के लिए बनने वाले विशाल मंदिर के लिए हजारों टन लोहा सप्लाई कर चुका है। अब तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 190 टन टीएमटी स्टील भेजा जा चुका है।
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यह भिलाई के लिए बेहद ही गर्व की बात है, कि अयोध्या में भगवान राम मंदिर के निर्माण के लिए छत्तीसगढ़ की धरती से लोहा वहां भेजा जा रहा है। इस संयंत्र का स्टील अपनी खासियत और क्वालिटी के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, भिलाई स्टील प्लांट के स्टील उत्पादों ने देश के बड़े-बड़े परियोजनाओं को नई शक्ति दी है रक्षा क्षेत्र, अधोसंरचतना क्षेत्र और रेल परिवहन क्षेत्र में भिलाई स्टील प्लांट के स्टील का उपयोग होता है, भिलाई स्टील प्लांट की स्टील की क्वालिटी को विनिर्माण क्षेत्र में भी प्राथमिकता दी जाती है। अब भिलाई का स्टील राम मंदिर के निर्माण में भी इस्तेमाल हो रहा है। भिलाई स्टील प्लांट के इस्पात उत्पादों ने देश की बड़ी-बड़ी परियोजनाओं को मजबूती दी है।
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रक्षा, अनुसंधान, रेलवे, मेट्रो, परिवहन सहित अधोसंरचना विकास में भिलाई इस्पात संयंत्र के लोहे का उपयोग हुआ है। श्रीराम मंदिर निर्माण की मजबूती के लिए विशेष तरह के स्टील का उपयोग किया जा रहा है जिसके लिए बीएसपी द्वारा अब तक विभिन्न आयामों के 550 डी ग्रेड की लगभग 190 टन टीएमटी बार की सप्लाई की जा चुकी है। इस परियोजना के लिए टीएमटी बार का उत्पादन प्लांट के आधुनिक बार एंड रॉड मिल और मर्चेंट मिल दोनों में किया गया है। बार एंड रॉड मिल में उत्पादित 550 डी ग्रेड के 12 मिमी व्यास वाले लगभग 120 टन टीएमटी बार और मर्चेंट मिल में उत्पादित समान ग्रेड वाले 32 मिमी व्यास वाले लगभग 65 टन टीएमटी बार को अयोध्या भेजा गया है। इस टीएमटी बार की खासियत यह है, कि यह भूकंप रोधी है। यानि के भूकंप आने पर भी मंदिर को आंच नहीं आएगी।